पटना: बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में आई तेजी थमने का नाम नहीं ले रही है। शुक्रवार को राज्य में रिकॉर्ड 1742 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही संक्रमितों की कुल संख्या 23 हजार को पार कर गई है। शुक्रवार को जारी हुई स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार में नए संक्रमण के मामले में यह अबतक की सर्वाधिक संख्या है।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, बिहार में 1742 नए संक्रमितों की पहचान हुई। इसमें से 16 जुलाई को 901 और 841 की 15 जुलाई या उससे पहले जांच की गई थी। नए मामलों के साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 23 हजार 300 हो गई है। बिहार में पिछले 24 घंटे में कुल 10273 सैम्पल की जांच हुई है। वहीं अबतक कुल 14997 मरीज ठीक हुए हैं। इसके अलावा वर्तमान में कोविड-19 के एक्टिव मरीजों की संख्या 8129 है। बिहार में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 64.36 प्रतिशत है।
नए मामलों की जिलेवार रिपोर्ट
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अरवल में 4, औरंगाबाद में 2, बांका में 1, बेगूसराय में 28, भागलपुर में 63, भोजपुर में 2, बक्सर में 6, दरभंगा में 6, गया में 26, पूर्वी चंपारण में 13, गोपालगंज में 27, जहानाबाद में 3, कैमूर में 1, खगड़िया में 11, किशनगंज में 4, लखीसराय में 40, मधेपुरा में 6, मधुबनी में 1, मुंगेर में 58, मुजफ्फरपुर में 26, नालंदा में 105, नवादा में 47, पटना में 99, पूर्णिया में 4, रोहतास में 12, सहरसा में 4, समस्तीपुर में 23, सारण में 1, शेखपुरा में 11, शिवहर में 7, सीतामढ़ी में 5, सीवान में 122, सुपौल में 23, वैशाली में 7 और पश्चिमी चंपारण में 98 नए संक्रमित मिले हैं।
बिहार के भागलपुर में कोरोना संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। जिले के कई बड़े अधिकारी इसकी चपेट में आ चुके हैं। डीएम, डीडीसी और एडीएम के बाद अब कमिश्नर भी कोरोना पॉजिटिव हो गईं हैं। रिपोर्ट आने के बाद से वह होम क्वारंटाइम हैं। बताया जा रहा है कि वह इलाज के लिए पटना जा सकती हैं। भागलपुर के जिलाधिकारी प्रणव कुमार के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद और कई अधिकारियों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी। जिलाधिकारी ने संक्रमित होने क बाद अपना प्रभार एडीएम राजेश राजा को दिया। वे भी कोरोना से संक्रमित हो गए। इसके बाद डीडीसी और जिला शिक्षा पदाधिकारी भी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इस कारण यहां बड़ी चेन बन गई है। जिलाधिकारी का इलाज पटना में हो रहा है।
कोविड-19 के बढ़ते प्रसार को देखते हुए रेल मंत्रालय द्वारा राज्य सरकार के सहयोग से रेलवे कोच को आइसोलेशन सेंटर के रूप में प्रयोग किये जाने के लिए पूरे देश में चयनित स्टेशनों पर खड़ा किया जा रहा है। बिहार के 15 स्टेशनों पर 20-20 की संख्या में कुल 300 आइसोलेशन कोच खड़ा करने का निर्णय लिया गया है ताकि संदिग्ध अथवा पीड़ित मरीजों का समुचित इलाज किया जा सके।