सीवान: बिहार में पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या को लेकर रोष के बीच पीड़ित परिवार ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की जबकि भाजपा ने पीड़ित परिवार के समर्थन में पूरे राज्य में सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। घटना के सिलसिले में राजद के बाहुबली और सीवान से पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन से कथित तौर पर जुड़े हिस्ट्रीशीटर उपेंद्र सिंह समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। हालांकि, अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है। लखनऊ आए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना पर दुख जताया और कहा कि ‘दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा।’ मारे गए पत्रकार की पत्नी और पिता समेत परिवार ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि उन्हें स्थानीय पुलिस पर भरोसा नहीं है। रंजन की पत्नी आशा देवी ने कहा, ‘मेरे पति की दो दिन पहले हुई हत्या में कोई राजनैतिक कोण है क्योंकि उनकी किसी के साथ भी निजी रंजिश नहीं थी। लेकिन पेशागत कारण भी हो सकते हैं।’ उन्होंने घटना की सीबीआई जांच की मांग की। उन्होंने दोषियों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की और इस बात का संकल्प जताया कि वह न्याय के लिए आखिरी सांस तक लड़ेंगी। रंजन के 75 वर्षीय पिता राधा चौधरी और भाई गौतम ने भी उनकी मांग को दोहराया।
गौतम रंजन ने कहा, ‘राज्य सरकार को रंजन के 16 वर्षीय पुत्र आशीष रंजन और उनकी आठ साल की बेटी साक्षी रंजन की शिक्षा और संबंधित जरूरतों का खर्च वहन करना चाहिए क्योंकि उनके पिता उनका भविष्य सुरक्षित करने के लिए अब नहीं हैं।’ इस बीच, भाजपा ने पूरे राज्य में प्रदर्शन किया। भाजपा की बिहार इकाई के अध्यक्ष मंगल पांडेय ने अपराधियों की गिरफ्तारी और सीबीआई जांच की मांग को लेकर सीवान में धरना दिया। पांडेय ने संवाददाताओं से कहा कि पत्रकार के परिवार ने आरोप लगाया कि उनकी हत्या जेल में बंद राजद नेता शहाबुद्दीन के लोगों ने की और बिहार पुलिस में मामले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच करने की इच्छाशक्ति का अभाव है। उन्होंने कहा कि इन परिस्थितियों में हत्या के मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जानी चाहिए। उन्होंने रंजन के परिवार को सुरक्षा देने के अलावा परिवार को 25 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की। पुलिस सूत्रों ने बताया कि सीवान से भाजपा सांसद ओम प्रकाश यादव के प्रवक्ता श्रीकांत भारती की हत्या के मुख्य आरोपी उपेंद्र सिंह को हिरासत में लिया गया है लेकिन अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है। भारती की नवंबर 2014 में हत्या कर दी गई थी। यादव का शहाबुद्दीन के साथ झगड़ा है। कुमार ने लखनऊ में संवाददाताओं से कहा, ‘बिहार में जो कुछ भी हो रहा है उससे मैं दुखी हूं। मैं राज्य की जनता को आश्वस्त करता हूं कि जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।’ पत्रकारों के कई यूनियनों के प्रतिनिधियों ने कुमार से मुलाकात की और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई, मुआवजा और रंजन के परिजन को सरकारी नौकरी देने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। घटना के राजनैतिक रंग लेने के बीच पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने उत्तर प्रदेश की यात्रा करने के लिए नीतीश कुमार पर हमला बोला। उन्होंने कुमार की वाराणसी और लखनऊ यात्रा की निंदा करते हुए कहा, ‘यह खेदजनक है कि न तो मुख्यमंत्री और न ही उनके मंत्रियों के पास गया में मारे गए युवक और सीवान में मारे गए पत्रकार से मिलने का वक्त है।’