हाजीपुर: बिहार विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी की करारी हार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को एक दिन के बिहार दौरे पर पटना पहुंचे। यहां उन्होंने अपने धुर राजनीतिक विरोधी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ थोड़ी देर के लिए मंच साझा किया। इसके बाद दोनों एक ही हेलीकॉप्टर से हाजीपुर रवाना हुए। बीते साल के नवंबर महीने में बिहार चुनावों में नीतीश कुमार को कोसने वाले प्रधानमंत्री ने हाजीपुर में बिहार के गांवों को रोशन करने के लिए नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस काम में नीतीश कुमार ने पूरी मदद दी है। गौरतलब है कि बिहार चुनाव के प्रचार के दौरान पीएम मोदी ने बिजली के मुद्दे को लेकर नीतीश पर खूब प्रहार किए थे। शनिवार को पटना हवाई अड्डे पर नीतीश ने उनकी अगवानी की। पटना हाईकोर्ट में आयोजित एक समारोह में दोनों ने साथ मंच साझा किया, हालांकि दोनों थोड़ी दूर बैठे। कार्यक्रम खत्म होने के बाद पीएम मोदी कुछ कहने के लिए नीतीश की तरफ बढ़े, जिसे देखकर सभी लोग मुस्कुरा उठे। इसके बाद दोनों ने साथ में तस्वीरें खिंचवाईं। दोनों पटना हाईकोर्ट के शताब्दी समारोह के समापन के मौके पर वहां आए थे।
पीएम मोदी मंच पर केंद्रीय कानून मंत्री सदानंद गौड़ा और देश के मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर के साथ बैठे। नीतीश मंच पर राज्यपाल रामनाथ कोविंद के साथ बैठे। इसके बाद पीएम मोदी ने हाजीपुर में दीघा-सोनपुर रेल-रोड पुल का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 10 साल में पुलों के काम की अनदेखी की गई, लेकिन पिछले 18 महीनों में पुल का काम सबसे अधिक हुआ। रेल रोड में इतनी ताकत है कि वह विकास को गति दे सकता है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत के विकास का नर्व सेंटर पूर्वी भारत में है, इसे विकास की नई ऊचाइंयों तक ले जाना है। बिहार को दो लोकोमोटिव कारखानों की सौगात मिली है। उन्होंने कहा कि भारत का भाग्य बदलना है तो बिहार का भाग्य बदलना होगा। पिछले 18 महीनों में बिहार हमारी प्राथमिकता रहा है।