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पटना: डेढ़ साल पहले बिहार के सीएम नीतीश कुमार से हाथ मिलाने वाले पटेल नवनिर्माण सेना (पनसे) के अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने अब यह कहते हुए उनका हाथ झटक दिया है कि नीतीश अब उनकी विरोधी पार्टी भाजपा के साथ हैं। हार्दिक अब तेजस्वी यादव से हाथ मिलाने के इच्छुक हैं। हार्दिक ने कहा है कि नीतीश कुमार से मुलाकात करने में उनकी कोई रुचि नहीं है, क्योंकि उन्होंने भाजपा से हाथ मिला लिया है। शुक्रवार को यहां पहुंचे पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनके बेटे तेजस्वी यादव से मुलाकात की इच्छा जाहिर की।

पटेल ने यहां पहुंचने के बाद मीडिया से कहा, "नीतीश कुमार ने अपना रास्ता बदल दिया है। वह अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ हैं। उनसे मिलने और बातचीत करने का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि मैं भाजपा के खिलाफ हूं।" हार्दिक यहां कुछ कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए आए हैं। उन्होंने कहा, "मैं लालू प्रसाद से मिलकर उनसे बात करना चाहता हूं, लेकिन मुझे पता चला है कि वह मुंबई में हैं, जहां उनका इलाज चल रहा है।" उन्होंने कहा कि अब वह बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात करेंगे।

इससे पहले दर्जनों की संख्या में युवकों ने पटना हवाईअड्डे पर हार्दिक की अगवानी की और उनके समर्थन में नारे लगाए। हार्दिक पिछली बार जब दिसंबर, 2016 में पटना आए थे, तब वह पटना हवाईअड्डे से सीधे मुख्यमंत्री नीतीश के आधिकारिक आवास पर गए थे। तब राज्य सरकार ने उन्हें वीआईपी सत्कार दिया था। लेकिन इस बार स्थिति अलग है। नीतीश कुर्मी जाति के हैं, और हार्दिक गुजरात में ताकतवर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की पटेल जाति के हैं, ठीक उसी तरह जिस तरह बिहार में कुर्मी हैं।

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