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पटना: बिहार के मुख्यमंत्री और पूर्व रेल मंत्री नीतीश कुमार ने आज (गुरूवार) लोकसभा में पेश किए गए रेल बजट को ‘निराशजनक’ बताते हुए कहा कि इसमें स्वच्छता, सुरक्षा और ट्रेनों के नियत समय पर चलने को लेकर कोई भी कारगर बात नहीं कही गयी है।वहीं राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद ने कहा कि रेल बजट में जनता से धोखा किया गया है, क्योंकि इसमें कुछ भी नहीं है । बिहार विधानमंडल परिसर में लोकसभा में पेश रेल बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए नीतीश ने कहा कि ट्रेनों का समय पर चलना, सफाई पर ध्यान देना, ये सब अब प्राथमिकता का विषय नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि कहा गया है कि किराया नहीं बढ़ाया गया, तो इस बार तो किराया घटना चहिए था। जब दुनिया के बाजार में तेल की कीमत घट गयी और रेलवे तेल का सबसे बड़ा उपभोक्ता है तो वैसी स्थिति में यात्री और माल भाड़ा घटना चाहिए था। उन्होंने कहा कि एक बात विचित्र लगी कि ट्रेनों में सुविधाओं के बारे में कुछ स्पष्ट नहीं किया गया है। नीतीश ने कहा कि जब वह रेल मंत्री थे तो जन साधारण एक्सप्रेस ट्रेन चलायी गयी थी और वह पहली ऐसी ट्रेन थी जिसमें सारे डिब्बे अनारक्षित थे और पहली बार अनारक्षित डिब्बों को एक-दूसरे से जोडा गया था। उसमें कई तरह के सुरक्षा के उपाय किए गए थे तथा यात्रियों की सुविधा का ख्याल रखा गया था। वहीं राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद ने कहा कि रेल बजट में जनता से धोखा किया गया है, क्योंकि इसमें कुछ भी नहीं है । लालू ने कहा कि बजट में ‘सुरक्षा’ पहलू की भी कोई चिंता नहीं की गयी है । लालू ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ यह खत्म हो गया ।

बजट पटरी से उतर गया। रेल बजट में कुछ नहीं है । इसमें लोगों से धोखा किया गया है । आम बजट पेश हो जाने दीजिए और सब बंटाधार हो जाएगा।’’ संप्रग 1 के शासनकाल में रेल मंत्री रह चुके लालू ने कहा कि बतौर रेल मंत्री अपने कार्यकाल में उन्होंने 60 हजार करोड़ रूपये की अतिरिक्त आय का लक्ष्य हासिल किया था । उन्होंने रेल बजट के लिए सरकार से कुछ नहीं मांगा था। लालू ने कहा कि देश में मानव रहित रेलवे क्रासिंग हैं जहां हर साल सैंकड़ों लोग मारे जाते हैं । उन्होंने कहा कि बजट में सुरक्षा पहलू की चिंता नहीं की गयी है । उन्होंने कहा कि ट्रेनें समय से नहीं चल रही हैं और कमाई के वैकल्पिक उपाय तलाशे जाने चाहिए थे ।

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