भोपाल: मध्यप्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह बुधवार को एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे तभी बातों ही बातों में उनकी जुबान फिसल गई और फिर अर्थ का अनर्थ हो गया। इस दौरान उन्होंने आतंकवाद को त्याग, तपस्या और बलिदान का प्रतीक कह डाला। उनके इस बयान से संबंधित एक वीडियो जारी किया है। इसमें वह हिंदू आतंकवाद के मुद्दे पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा, 'भगवा कभी आतंकवाद नहीं होता, भगवा धारण करने वाला कभी आतंकवादी नहीं होता, 'आतंकवाद तो त्याग, तपस्या और बलिदान का प्रतीक होता है।'
माना जा रहा है कि उनके कहने का आशय यह था कि भगवा का आतंकवाद से कोई लेना-देना नहीं है। उनका पूरा भाषण सुनने पर अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह आतंकवाद की जगह भगवा कहना चाहते थे। आगे उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा जब चुनाव का वक्त आता है तब कांग्रेस के नेता और ये दिग्गविजय सिंह स्वयं जगह-जगह पर इसी भगवा की शरण में माथा टेकते हुए दिखाई देते हैं।
उनके इन शब्दों को विपक्ष तूल दे सकता है। हालांकि अभी तक विपक्ष की ऐसी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।