मुंबई: मुंबई में आयोजित बीजेपी नेताओं की बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री और पार्टी के मुख्य रणनीतिकार अमित शाह ने कहा कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बीजेपी के साथ धोखाधड़ी की है, ऐसे में उन्हें "सबक सिखाने की जरूरत है।" सूत्रों की मानें तो पार्टी नेताओं की बैठक में शाह ने ये कहा, "हम राजनीति में सबकुछ बर्दाश्त कर सकते हैं पर धोखाधड़ी नहीं।"
बकौल सूत्र शाह ने पूर्व मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि अपनी पार्टी में हुई टूट और उसके बाद हुई अन्य घटनाओं के जिम्मेदार वे खुद हैं। उनकी 'लालच' के कारण पार्टी उनके खिलाफ हो गई। ये कहकर उन्होंने उन सभी आरोपों पर विराम लगाने की कोशिश की जो ये कहते हैं कि एकनाथ शिंदे की बगावत और महाराष्ट्र में सत्ता में बीजेपी का हाथ है।
शाह ने कहा, "उद्धव ठाकरे ने न केवल बीजेपी को धोखा दिया, बल्कि " शिवसेना की विचारधारा को भी धोखा दिया है और महाराष्ट्र के लोगों के जनादेश का भी अपमान किया है।" सूत्रों के अनुसार शाह ने कहा कि उनकी पार्टी आज उनकी "सत्ता के लालच" के कारण टूट गई है, न कि बीजेपी के कारण।"
शाह ने कहा, "आज मैं फिर से कहना चाहता हूं कि हमने कभी उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद का वादा नहीं किया था। हम ऐसे लोग हैं जो खुलेआम राजनीति करते हैं, बंद कमरों में नहीं।"
शाह ने कहा, " जो राजनीति में धोखाधड़ी करते हैं, उन्हें सजा तो मिलनी ही चाहिए।" उन्होंने घोषणा की कि ये सजा उन्हें मुंबई में आगामी निकाय चुनावों के लिए "मिशन 150" के माध्यम से दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी और असली शिवसेना वाले गठबंधन का ये मकसद होना चाहिए कि वे बीएमसी चुनाव में कम से कम 150 सीट जीते। जनता पीएम मोदी की नेतृत्व वाली बीजेपी के साथ है। ना कि नीति से धोखाधड़ी करने वाले उद्धव ठाकरे की पार्टी के साथ।"