मुंबई: मुंबई में कोरोना के सोमवार को 8082 केस सामने आए हैं। ये एक दिन पहले की तादाद के ही करीब हैं। बृहन्मुंबई म्यूनिसिपल कारपोरेशन (बीएमसी) की जानकारी के मुताबिक, इन 8082 मरीजों में 7272 यानी 90 फीसदी में कोई लक्षण नहीं पाए गए हैं। इनमें से 71 मरीजों को ही ऑक्सीजन देने की जरूरत पड़ी। मुंबई में कुल 30565 बेड उपलब्ध हैं, जिनमें से 3735 भरे हुए हैं। यह कुल बेड का महज 12 फीसदी ही है। पिछले 24 घंटों के दौरान मुंबई में 622 मरीज स्वस्थ हुए हैं। पिछले 24 घंटे में 49,283 कोविड टेस्ट किए गए हैं। भारत में कोविड टास्कफोर्स के प्रमुख डॉ. एनके अरोरा ने कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है। दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जैसे महानगरों में ओमिक्रॉन के 75 फीसदी मामले मिल रहे हैं, जो इस वैरिएंट के हावी होने का संकेत है।
मुंबई में कोरोना के 8.07 लाख से ज्यादा मामले अब तक सामने आ चुके हैं, जिनमें से 93 फीसदी मरीज ठीक हो चुके हैं। बीएमसी के मुताबिक, मुंबई में कोरोना के केस 138 दिनों में दोगुने हो रहे हैं। गंभीर या मध्यम स्तर के लक्षण वाले मरीजों की संख्या 17,915 रही है।
मुंबई में एक्टिव जोन 11 है। जबकि 318 इमारतें कोविड के क्लस्टर के कारण सील की गई हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान 20,747 लोगों की कांटैक्ट ट्रेसिंग की गई है।
मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में कोरोना के मामलों में पिछले कुछ दिनों में बड़ा उछाल आया है। महाराष्ट्र में कुल 11877 केस रिपोर्ट हुए थे। इनमें से 8 हजार से ज्यादा अकेले मुंबई में ही नए कोरोना मरीज मिले थे। महाराष्ट्र देश में ओमिक्रॉन के मामलों में भी सबसे आगे हैं। राज्य में 500 से ज्यादा ओमिक्रॉन के मामले रिपोर्ट हो चुके हैं।
महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई समेत कई जिलों में कोरोना से जुड़ी पाबंदियां भी बढ़ा दी हैं। धारा 144 को 15 जनवरी तक के लिए लागू कर दिया गया है। समुद्र तट, होटल-रेस्तरां, मॉल समेत अन्य सार्वजनिक स्थानों पर जमावड़ा रोकने के लिए कई प्रतिबंधों का एलान किया गया है, इसमें बंद जगहों पर 50 फीसदी क्षमता के बराबर ही लोगों के जुटने का आदेश भी शामिल है।