मुंबई: महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद भी राजनीतिक उठापटक खत्म नहीं हुई है। कांग्रेस और एनसीपी दोनों दलों के वरिष्ठ नेताओं ने मौजूदा हालात पर चर्चा की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने मुंबई में एनसीपी प्रमुख शरद पवार से बातचीत की। बैठक के बाद हुई साझा प्रेस कांफ्रेंस में पवार ने कहा कि हमें सरकार बनाने की जल्दबाजी नहीं है। हम कांग्रेस के साथ बैठकर बात करेंगे और फिर फैसला लेंगे।
इस दौरान कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा कि जिस तरह से राष्ट्रपति शासन लगाया गया, वह निंदनीय है। सरकार ने पिछले पांच साल में कई बार सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया है। भाजपा, शिवसेना और एनसीपी को राज्यपाल ने बहुमत साबित करने का मौका दिया। कांग्रेस को बहुमत साबित करने के लिए आमंत्रित नहीं किया गया, हम इसकी निंदा करते है। वहीं, एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि दोनों दलों के वरिष्ठ नेताओं ने मौजूदा हालात पर चर्चा की। शिवसेना ने पहली बार कांग्रेस और एनसीपी के साथ आधिकारिक रूप से संपर्क किया है। इतने महत्वपूर्ण मुद्दे को लेकर सभी बिंदुओं पर स्पष्टता होनी चाहिए। आज इसी संदर्भ में बैठक हुई।
इसी मुद्दे पर आगे की नीति तय की जाएगी।