मुंबई: पिछले लोकसभा चुनावों में ईवीएम हैकिंग की जानकारी होने के कारण भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे की हत्या का साइबर विशेषज्ञ द्वारा दावा किए जाने के बाद भाजपा नेता के भतीजे और राकांपा नेता धनंजय मुंडे ने सोमवार को मामले की जांच रॉ या सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश से कराने की मांग की। महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता मुंडे ने अमेरिका में रह रहे भारतीय स्वयंभू साइबर विशेषज्ञ के दावे पर आश्चर्य जताया। उन्होंने कहा कि गोपीनाथ मुंडे से प्रेम करने वालों ने उनकी मृत्यु पर हमेशा सवाल उठाया है। उन्होंने पूछा है कि यह दुर्घटना थी या कोई साजिश। 2014 लोकसभा चुनाव में भाजपा को जीत मिलने के कुछ ही सप्ताह के भीतर दिल्ली में एक सड़क दुर्घटना में गोपीनाथ मुंडे की मृत्यु हो गई थी।
राकांपा नेता धनंजय मुंडे ने ट्वीट किया है, एक साइबर विशेषज्ञ ने सनसनीखेज दावा किया है कि गोपीनाथ राव मुंडे साहेब की हत्या की गई। इन दावों की तुरंत रॉ/सुप्रीम कोर्ट से जांच कराने की जरूरत है क्योंकि यह एक जननेता से जुड़े हैं। गौरतलब है कि एक हैकर ने लंदन में प्रेस कांफ्रेंस कर दावा किया था कि भारतीय ईवीएम मशीनें हैक हो सकती हैं।
2014 के लोकसभा और 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में उसने ईवीएम हैक की थी। इसके लिए भारतीय राजनीतिक दलों के नेताओं ने संपर्क किया था। हैकर ने ईवीएम में ट्रांसमीटर के जरिए कथित हैकिंग का दावा किया था।
वहीं, ईवीएम को लेकर भारतीय मूल के हैकर के कथित दावे को भारतीय निर्वाचन आयोग के शीर्ष टेक्निकल एक्सपर्ट डॉ. रजत मूना ने खारिज किया है। उन्होंने हैकर के दावे को बेबुनियाद बताया है। आईआईटी भिलाई के डायरेक्टर और चुनाव आयोग की टेक्निकल एक्सपर्ट कमेटी के मेंबर डॉ. रजत मूना ने कहा है कि ईवीएम मशीनों से किसी भी तरह से छेड़छाड़ नहीं हो सकती। ये मशीनें टेंपर प्रूफ हैं।