मुंबई: कर्नाटक की कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन सरकार से दो निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के बाद, महाराष्ट्र से भाजपा के एक मंत्री ने मंगलवार को दावा किया कि कुमारस्वामी नीत सरकार दो दिन में गिर जाएगी। जल संरक्षण, प्रोटोकॉल और ओबीसी मंत्री राम शिंदे ने ये टिप्पणियां कर्नाटक में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच की हैं।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ''कर्नाटक की जनता ने भाजपा के समर्थन में जनादेश दिया था, लेकिन हम (सरकार बनाने से) कुछ अंकों से कम रह गये। चूंकि कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन अस्थिर है, ऐसे में संकेत हैं कि (कुमारस्वामी) सरकार दो दिन में गिर जाएगी। इस बीच, मीडियाकर्मियों ने उस आलीशान होटल में घुसने का नाकाम प्रयास किया जहां कर्नाटक के कुछ कांग्रेसी विधायकों को रखा गया है। इस पांच सितारा रिजार्ट की सुरक्षा बढ़ा दी गई है जहां दो निर्दलीय और कथित रूप से कांग्रेस के चार विधायक मौजूद हैं।
मंगलवार की सुबह, कुछ मीडियाकर्मियों ने होटल में घुसने का प्रयास किया लेकिन वे होटल लॉबी से आगे नहीं बढ़ पाए। मुंबई के एक होटल में मौजूद दो विधायकों एच नागेश (निर्दलीय) और आर शंकर (केपीजेपी) ने कर्नाटक के राज्यपाल वाजूभाई वाला को पत्र लिखकर अपना समर्थन तत्काल प्रभाव से वापस लेने के फैसले से अवगत कराया। इस पत्र ने राजनीतिक गरमागहमी बढ़ा दी है।
कर्नाटक के जल संसाधन मंत्री डी के शिवकुमार ने कहा था कि कांग्रेस के तीन विधायक ''भाजपा के कुछ नेताओं की मौजूदगी में मुंबई के एक होटल में डेरा डाले हुए हैं। इस बीच, सात महीने पुरानी सरकार को लेकर अनिश्चितता की खबरों के बीच, कुमारस्वामी ने कहा है कि उनकी सरकार स्थिर है और वह ''पूरी तरह से निश्चिंत हैं। भाजपा ने सत्तारूढ गठबंधन द्वारा विधायकों की खरीद फरोख्त की आशंका को देखते हुए अपने 104 विधायकों को हरियाणा के नूह जिले के एक रिजार्ट में ठहराया है।
उधर, कांग्रेस ने भाजपा पर महाराष्ट्र में भ्रष्टाचार के जरिये कमाए धन का इस्तेमाल कर्नाटक की कुमारस्वामी नीत सरकार को अस्थिर करने में करने का आरोप लगाया। कांग्रेस ने कहा कि कर्नाटक की सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी। महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख अशोक चव्हाण ने कहा कि कर्नाटक के विकास ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का ''सत्ता की भूख वाले चेहरे का पर्दाफाश कर दिया है।