मुंबई: राफेल के मुद्दे पर अब सहयोगी शिवसेना भी भाजपा पर हमलावर हो गई है। एक जनसभा में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अन्य कई मुद्दों पर भी भाजपा को घेरा। सोमवार को राफेल सौदे में कथित भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाकर भाजपा पर निशाना साधा। पंढरपुर में उद्धव ठाकरे ने कहा कि कॉन्ट्रैक्ट एक कंपनी जिसके पास कोई अनुभव नहीं उसे राफेल डील का कॉन्ट्रैक्ट दे दिया गया। भ्रष्टाचार के आरोपों के बावजूद राफेल विमान सौदे पर आगे बढ़ रही है। उद्धव ठाकरे ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर परोक्ष हमला करने के लिए ‘चौकीदार चोर है’ के नारे का इस्तेमाल किया।
विपक्षी पार्टी कांग्रेस राफेल सौदे के संदर्भ में प्रधानमंत्री के लिए यह नारा इस्तेमाल करती रही है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने फ्रांस के साथ 58000 करोड़ रुपये के राफेल सौदे और उसके ऑफसेट अनुबंध देने में अनियिमतताओं और पक्षपात का दावा करने के लिए ‘चौकीदार चोर है’ का नारा बार बार बोला है और मोदी पर निशाना साधा है। सोलापुर जिले में इस मंदिर नगरी में एक रैली में ठाकरे ने एक घटना का उल्लेख करते हुए अलग संदर्भ में इस नारे का इस्तेमाल किया।
उन्होंने कहा कि राज्य के एक दौरे के दौरान एक किसान ने कीट संक्रमित नींबू का पौधा दिखाया। यह पौधा कीटनाशक बनाने के लिए उपयोग किया जाता है लेकिन यह खुद ही कीट के हमले के गिरफ्त में आ गया था। किसान ने मुझसे कहा कि जीवन में पहली बार उसने नींबू के पौधे को संक्रमित होते देखा है जबकि इसके पौधे कीटनाशक बनाने के लिए तैयार किए जाते रहे हैं। मैंने उससे कहा कि अब दिन बदल गए हैं। चौकीदार ही चोर बन गए हैं। उन्होंने मराठी में बोलते हुए ‘पाहरेकरी’ शब्द का उपयोग किया जिसका अर्थ चौकीदार भी होता है।
राम मंदिर को लेकर वाराणसी जाने का एलान
अयोध्या में विवादित स्थान पर राममंदिर के निर्माण के वास्ते दबाव बनाने के लिए पिछले महीने अयोध्या की यात्रा करने वाले ठाकरे ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी की जल्द यात्रा कर सकते हैं। शिवसेना नेता शोलापुर जिले में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उनकी पार्टी केंद्र और राज्य में भाजपा की अगुवाई वाली सरकार में घटक है। विभिन्न मुद्दों पर मोदी सरकार को लगातार निशाने पर लेते रहे ठाकरे ने कहा कि वह पहले ही निर्णय ले चुके हैं कि आगामी आम चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन किया जाए या नहीं। शिवसेना प्रमुख ने जनवरी में घोषणा की थी कि उनकी पार्टी सभी भावी लोकसभा और विधानसभा चुनाव अपने अकेले अपने बलबूते पर लड़ेगी।
चुनाव नतीजों को लेकर भी भाजपा पर निशाना
पिछले छह महीने के दौरान भाजपा नेतृत्व आगामी चुनावों में शिवसेना के साथ गठजोड़ पर जोर देती रहा है। अमित शाह की अगुवाई वाली पार्टी ने नियमित रूप से कहा है कि महाराष्ट्र केंद्रित यह राजनीतिक पार्टी उसकी स्वभाविक सहयोगी है और दोनों दल सौहार्द्रपूर्ण तरीके से मतभेद दूर कर लेंगे। हालांकि पंढ़रपुर रैली में ठाकरे राजग के अपने बड़े सहयोगी को बख्शने के मूड नहीं नहीं दिखे। उन्होंने कहा कि विश्वविजेता बनने की भाजपा की धारणा पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे से चकनाचूर हो गई। मिजोरम और तेलंगाना विधानसभा के नतीजों ने स्पष्ट संदेश दिया है कि मतदाताओं ने राष्ट्रीय दलों को नकार दिया है ओर मजबूत क्षेत्रीय दलों को चुना है। ठाकरे ने 2019 के आम चुनाव के लिए बिहार में जदयू, लोजपा और भाजपा के बीच सीटों के बंटवारे को अंतिम दे दिए जाने पर टिप्पणी करते हुए कहा कि नीतीश कुमार और राम विलास पासवान को राममंदिर और हिंदुत्व पर अपनी राय घोषित करनी चाहिए।
कांग्रेस ने बोला हमला
उद्धव ठाकरे के बयान ने कांग्रेस को एक बार फिर मोदी सरकार पर हमले का मौका दे दिया है। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मोदी और उनके दोस्त लगातार कह रहे हैं कि कांग्रेस झूठ फैला रही है, लेकिन अब हर कोई हमारी बात का समर्थन कर रहा है। बता दें कि राफेल डील पर देश में सियासी घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस ने एनडीए सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। वहीं इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई हुई जिसने सौदे पर सवालों को खारिज कर दिया। लेकिन भाजपा-कांग्रेस के बीच संग्राम जारी है।