मुंबई: शिवसेना ने भाजपा पर गुरुवार को एक करारा हमला बोला है। शिवसेना ने कहा है कि राम मंदिर मुद्दा भाजपा के लिए एक और जुमला है। पार्टी ने कहा कि बीजेपी तीन राज्यों में हालिया चुनावी हार के बावजूद भी नहीं जगी है। पार्टी के भीतर ही राम मंदिर निर्माण को लेकर दबाव है लेकिन पता नहीं भगवान राम के लिए अच्छे दिन कब आएंगे। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखे संपादकीय में कहा है कि कुंभकरण की तरह यह सरकार तीन राज्यों में हार मिलने के बावजूद जगने के लिए तैयार नहीं है।
बता दें कि हाल में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हार का सामना करना पड़ा था। शिवसेना ने कहा है पूरा देश राम मंदिर बनते हुए देखना चाहता है और इसी वजह से लोगों ने 2014 में भाजपा के लिए वोट किया था। हालांकि, यह मुद्दा पार्टी के लिए एक और 'जुमला' बन गया है। लेख में आगे लिखा है कि भगवान राम के लिए अच्छे दिन कब आएंगे जो कि एक खुले टेंट के नीचे पिछले 25 साल से रह रहे हैं।
बता दें कि बुधवार को रिपब्लिक टीवी के कार्यक्रम में बोलते हुए अमित शाह ने कहा था कि अगर सुप्रीम कोर्ट राम मंदिर मामले में रोजाना सुनवाई करे तो फिर फैसला आने में दस दिन से ज्यादा का समय नहीं लगेगा। शिवसेना ने दावा किया है कि राम मंदिर निर्माण के लिए पार्टी के अंदर से काफी दबाव है। इसको लेकर सवाल हर मीटिंग में उठता है लेकिन हाईकमांड के पास कोई जवाब नहीं होता है।