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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

मुंबई: शिवसेना ने शुक्रवार को महाराष्ट्र से भाजपा विधायक राम कदम द्वारा लड़की के अपहरण करने को लेकर दिए गए विवादित बयान के लिए उनकी तुलना 13वीं सदी के दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी से की और उनकी इस टिप्पणी पर पार्टी की चुप्पी पर भी सवाल उठाया। कदम ने युवाओं से कहा था कि उन्हें जो लड़की पसंद हो वे उसका अपहरण करवा लेंगे। शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में कहा, ‘रानी पद्मावती ने अपने सम्मान, प्रतिष्ठा और धर्म की रक्षा करने के लिए अन्य हजारों राजपूत महिलाओं के साथ जौहर किया था।

अलाउद्दीन खिलजी और उसके उत्पीड़न के खिलाफ उनका जौहर अब भी भारत में महिलाओं के लिए प्रेरणादायक है, लेकिन ऐसा दिख रहा है कि महाराष्ट्र में महिलाओं के लिए भाजपा के खिलजी के खिलाफ जौहर करने का समय आ गया है'। संपादकीय में कहा गया कि मुख्यमंत्री के अजीज भाजपा विधायक राम कदम ने महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक शब्द कहे, जो उनके अहंकार को दिखाता है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा ऐसे लोगों को पाल-पोस रही है जो महिलाओं, किसानों और सैनिकों की पत्नियों के बारे में गलत बोल रहे हैं।

उन्होंने कहा, ऐसे लोगों को छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम लेने और राज्य में शासन करने का कोई अधिकार नहीं है। वरिष्ठ भाजपा नेता और महाराष्ट्र के मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने शुक्रवार को कहा कि महिलाओं के खिलाफ उनकी पार्टी के विधायक राम कदम को लेकर चल रहा विवाद खत्म हो जाना चाहिए, क्योंकि कदम ने माफी मांग ली है।

पाटिल ने एक मराठी समाचार चैनल से कहा, ‘राम कदम ने माफी मांग ली है और अब यह मुद्दा खत्म हो जाना चाहिए। कदम का महिलाओं के बारे में खराब बोलने का इतिहास नहीं है बल्कि वह महिलाओं की बहुत अधिक मदद करने के लिए जाने जाते हैं। उनके निर्वाचन क्षेत्र में हर साल लाखों महिलाएं उन्हें राखी बांधती है। उन्होंने कहा, ‘जन प्रतिनिधियों को बोलते हुए बहुत एहतियात बरतनी चाहिए और उन्हें हर वाक्य बोलने से पहले अपने दिमाग में अच्छी तरह तय कर लेना चाहिए।

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