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अलवर: राजस्थान में अलवर जिले के चर्चित पहलू खान की भीड़ द्वारा की गई पिटाई के बाद मौत के मामले में आज यानी बुधवार को कोर्ट फैसला सुना दिया है। इस मामले में शामिल छह आरोपियों को बरी कर दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पहलू खान मॉब लिंचिंग मामला बहरोड़ अतिरिक्त न्यायालय से अलवर के अतिरिक्त सत्र न्यायालय संख्या एक में ट्रांसफर कर दिया था। तभी से इस मामले की सुनवाई लगातार इसी अदालत में चल रही है। न्यायाधीश डॉ़. सरिता स्वामी ने दोनों पक्षों की बहस सुनी और इसके बाद अंतिम जिरह हुई। अंतिम बहस सुनने के बाद न्यायाधीश डा़. स्वामी ने फैसला सुरक्षित रख लिया था।

क्या था मामला

अतिरिक्त लोक अभियोजक योगेंद्र खटाणा ने बताया कि एक अप्रैल 2017 को बहरोड थाना क्षेत्र में पहलू खान और उसके पुत्र गायों को लेकर जा रहे थे। उनको भीड़ ने उन्हें रोककर उनके साथ कथित मारपीट की गई थी। इलाज के दौरान चार अप्रैल को पहलू खान की मौत हो गई थी। इस मामले की पुलिस द्वारा चार्जशीट पेश होने के बाद लगातार सुनवाई हुई।

श्रीगंगानगर: राजस्थान के श्रीगंगानगर शहर में एक ई-मित्र सेंटर संचालक द्वारा फर्जी विवाह प्रमाण पत्र बनाकर युवती के साथ शादी करने का दबाव बनाने एवं दुष्कर्म करने का प्रयास करने का मामला सामने आया है। महिला थाना पुलिस के अनुसार अशोकनगर निवासी युवती ने मुकदमा दर्ज कर बताया कि पुरानी आबादी में ई-मित्र सेंटर का संचालक रामानंद उसका दूर का रिश्तेदार है। वह एक दो बार उसके सेंटर पर उसे मिलने के लिए गई थी। एक दिन रामानंद ने उससे कुछ कागजातों पर हस्ताक्षर करवा लिए।

इसके कुछ दिन बाद रामानंद उस पर दबाव डालने लगा कि वह उसके साथ शादी कर ले। उसके द्वारा इंकार करने पर रामानंद ने नगर परिषद से बनवाया हुआ एक विवाह प्रमाण पत्र दिखाया। जिस पर दोनों की तस्वीर भी लगी हुई थी। युवती ने बताया कि एक बार वह सीजीआर मॉल में गई, जहां रामानंद उसे मिल गया। तब रामानंद ने दोनों की सेल्फी फोटो अपने मोबाइल से ली थी। इसी फोटो का दुरुपयोग कर और धोखे से कुछ कागजातों पर हस्ताक्षर करवाकर रामानंद ने नगर परिषद से उसका फर्जी विवाह प्रमाण पत्र बनवा लिया।

जयपुर: बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने आज विधानसभा में अपनी ही पार्टी पर बेहद संगीन आरोप लगा दिया। गुढ़ा ने कहा कि बसपा में पैसे लेकर टिकट दिया जाता है। गूढ़ा ने कहा, 'हमारी पार्टी बहुजन समाज पार्टी में पैसे लेकर टिकट दिया जाता है... कोई और ज्यादा पैसे दे देता है तो पहले का टिकट काट कर दूसरे को मिल जाता है, तीसरा कोई ज्यादा पैसे दे देता है जो उन दोनों का टिकट कट जाता है।' 

उदयपुरवाटी से बसपा विधायक ने कहा, 'पैसे से चुनाव प्रभावित हो रहे हैं। गरीब आदमी चुनाव नहीं लड़ सकता। पार्टियों में टिकट के लिए पैसे का लेन-देन होता है, हमारी पार्टी में भी होता है।' बसपा विधायक का यह बयान पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। हाल में हुए लोकसभा चुनाव में बसपा का प्रदर्शन वैसे ही बेहद निराशाजनक साबित हुआ था। बसपा पर पहले भी लग चुके हैं ऐसे आरोप बसपा पर पैसे लेकर टिकट देने का यह पहला आरोप नहीं है। इससे पहले भी कई नेता यह आरोप लगा चुके हैं।

जयपुर: अदालतों में अक्सर जजों के लिए उनके संबोधन में माई लॉर्ड और योर लॉर्डशिप जैसे शब्दों का इस्तेमाल होता है। मगर राजस्थान राजस्थान हाईकोर्ट ने अदालतों में न्यायाधीशों (जजों) के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले 'माई लॉर्ड' और 'योर लॉर्डशिप' जैसे संबोधनों पर रोक लगाने की सलाह दी है। राजस्थान हाईकोर्ट ने एक नोटिस जारी किया है और कहा है कि कोर्ट के सामने पेश होने वाले लोगों को माई लॉर्ड और योर लॉर्डशिप जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। मीडिया रिर्पोटस के मुताबिक, राजस्थान हाईकोर्ट ने एक नोटिस जारी किया है।

इस नोटिस में हाईकोर्ट ने संविधान द्वारा दिए गए समानता के अधिकार का हवाला देत हुए कहा है कि वकीलों और कोर्ट के सामने पेश होने वाले लोगों को ऐसे संबोधनों का इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए। दरअसल, सोमवार को जारी नोटिस में राजस्थान हाई कोर्ट ने कहा कि संविधान में वर्णित समानता के अधिकार का सम्मान करते हुए कोर्ट वकीलों और अदालत के सामने पेश होने वाले लोगों से यह आग्रह करती है कि वे माननीय न्यायाधीशों को 'माई लॉर्ड' और 'योर लॉर्डशिप' जैसे संबोधनों से संबोधित करना बंद कर दें।

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