नई दिल्ली: राजस्थान के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी अशोक गहलोत को दी गई है, जबकि सचिन पायलट को राज्य का उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। सचिन साथ ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी बने रहेंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि सभी नेताओं और विधायकों से चर्चा के बाद आम सहमति से फैसला लिया गया कि राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत होंगे। उनके साथ सचिन पायलट को डिप्टी सीएम बनाया जाएगा। इस दौरान गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार राजस्थान को गुड गवर्नेंस देगी। किसानों की कर्जमाफी होगी, युवाओं को रोजगार मिलेगा और जनता को सुशासन मिलेगा। वसुंधरा पांच साल तक न तो जनता न ही अपने विधायकों से मिलीं।
दो दिन तक कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर लगातार चली वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की बैठकों के बाद शुक्रवार को पार्टी अध्यक्ष की तरफ से यह निर्णय ले लिया गया। उधर, कांग्रेस विधायक दल बैठक की तैयारियां शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि थोड़ी देर में गहलोत जयपुर पहुंचेंगे। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह 17 दिसंबर को आयोजित होगा।
दरअसल, इस मुद्दे पर राहुल गांधी ने आज भी अपने घर पर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, पर्यवेक्षक केसी वेणुगोपाल, अशोक गहलोत और सचिन पायलट के साथ बैठक की। बैठक के बाद राहुल गांधी ने राजस्थान के सीएम पद के मजबूत दावेदार अशोक गहलोत और सचिन पायलट के साथ मुस्कुराती हुई फोटो ट्वीट की। इसके साथ उन्होंने लिखा 'यूनाइटेड कलर्स ऑफ राजस्थान।'
सूत्रों के अनुसार, पहले सचिन अशोक गहलोत को सीएम बनाने पर सहमत नहीं हैं। इस बाबत उन्होंने पार्टी आलामान को नाराजगी भी जताई थी, लेकिन इसके बाद उन्हें मना लिया गया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने शुक्रवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री पद के दावेदारों अशोक गहलोत और सचिन पायलट के साथ कई बैठकें की थीं, लेकिन उनके बीच कोई सहमति नहीं बन पाई। पायलट ने इस शीर्ष पद के लिए दावा किया। गांधी के निवास के बाहर पायलट के समर्थकों ने उनके समर्थन में नारे भी लगाए।
गांधी ने देर शाम पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ बैठक की थी। खड़गे ने कहा कि अंतिम निर्णय पर पहुंचने से पहले कल प्रदेश नेताओं के साथ बैठक होगी।