ताज़ा खबरें
हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): पिछले एक महीने से अधिक समय से तीखी गर्मी और लू से जूझ रहे, दिल्ली-एनसीआर को बुधवार की रात थोड़ी राहत मिली। रात करीब 10 बजे से मौसम अचानक बदल गया और धूल भरी आंधी के साथ कहीं-कहीं हल्की बारिश हुई है। मौसम विभाग से मिली सूचना के अनुसार इस दौरान 40 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली, जिससे तापमान में कुछ कमी आई है। यूॅं, पहाड़ से लेकर मैदान तक मौसम का मिजाज बदला है।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हापुड़, मेरठ, बागपत समेत हरियाणा के कई इलाकों में मौसम के इस बदलाव का असर देखा गया। मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार को भी दिल्ली-एनसीआर में हालात में हल्के सुधार की बात कही है। विभाग ने बताया कि उत्तर-पश्चिम भारत में पश्चिमी विक्षोभ की स्थिति बन रही है, जिससे दो दिनों तक राहत मिल सकती है। हालांकि, इससे पहले पूरे उत्तर भारत में बारिश न होने से गर्मी की स्थिति जानलेवा बनी रही। यूपी के विभिन्न जिलों में बुधवार को भीषण गर्मी से 91 मौतों की खबर है, जबकि दिल्ली में लू व तेज गर्मी से 24 घंटे में 14 लोगों की मौत हो गई।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): देश के उत्तरी और पूर्वी इलाके के कई भागों में बुधवार को लू का कहर जारी रहा। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान के कई इलाकों में तापमान 43 से 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा। हालांकि भारत मौसम विज्ञान (आईएमडी) के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ अगले कुछ दिनों में इन इलाकों के लोगों को तीखी गर्मी से कुछ राहत दे सकता है। आईएमडी ने कहा है कि अब मानसून के आगे बढ़ने के लिए हालात अनुकूल हैं।

देश के प्रमुख शहरों में कैसा रहेगा मौसम और कब होगी बारिश? इस बारे में मौसम विभाग की ओर से जताई गई संभावनाओं के आधार पर देश के मौसम की विस्तार से जानकारी यह है कि अंडमान-निकोबार के पोर्ट ब्लेयर में और आंध्र प्रदेश के विशाखापट्नम में अगले पांच दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। अरुणाचल प्रदेश के इटानगर में तेज बारिश जारी है। यह क्रम गुरुवार को भी जारी रहेगा। शुक्रवार से बारिश कम होगी, बादल छाए रहेंगे। असम के गुवाहाटी में अगले एक सप्ताह तक बारिश के साथ बादलों का डेरा जमा रहेगा।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने बुधवार (19 जून) को यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द करने की घोषणा की। ऐजेंसी को प्रथम दृष्टया संकेत मिले हैं कि परीक्षा की सत्यनिष्ठा से समझौता किया गया है। शिक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "परीक्षा प्रक्रिया की उच्चतम स्तर की पारदर्शिता और पवित्रता सुनिश्चित करने के लिए, भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने निर्णय लिया है कि यूजीसी-नेट जून 2024 परीक्षा रद्द कर दी जाए।"

एग्जाम की नई तारीखों का अलग से होगा एलान

बयान में आगे कहा गया, "एक नई परीक्षा आयोजित की जाएगी, जिसके लिए जानकारी अलग से साझा की जाएगी। साथ ही, मामले की गहन जांच के लिए मामले को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपा जा रहा है।।" शिक्षा मंत्रालय ने बताया कि 19 जून, 2024 को, यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन (यूजीसी) को परीक्षा के बारे में गृह मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर कोऑर्डिनेशन सेंटर से कुछ जानकारी या कहें इनपुट मिले हैं। ये इनपुट प्रथम दृष्टया इस ओर इशारा कर रहे हैं कि एग्जाम में गड़बड़ी के संकेत हैं।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): राहुल गांधी ने वायनाड लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया। वे रायबरेली से सांसद रहेंगे। कांग्रेस ने वायनाड से उपचुनाव में प्रियंका गांधी को उतारने का फैसला किया है। प्रियंका के कैंडिडेट बनते ही कांग्रेस ने पीएम मोदी को वायनाड से चुनाव लड़ने का चैलेंज दे दिया है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, मोदी जी भी आएं वायनाड से चुनाव लड़ने, उन्हें कौन रोक रहा है?

पवन खेड़ा ने राहुल गांधी के वायनाड छोड़ने और रायबरेली से सांसद बने रहने के फैसले का जिक्र करते हुए कहा, हम सबको ये फैसला पसंद आया। पूरे देश में खुशी की लहर है। बीजेपी के वायनाड से उम्मीदवार पर उन्होंने कहा, बीजेपी का कोई भी नेता वहां लड़ने आ जाए, पीएम मोदी भी वायनाड लड़ने आ जाएं, उन्हें चुनाव लड़ने से रोक कौन रहा है। वाराणसी में संघर्ष से जीते हैं।

दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को कांग्रेस की बैठक के बाद एलान किया था कि राहुल गांधी रायबरेली से सांसद बने रहेंगे, वे वायनाड सीट खाली करेंगे। वायनाड से कांग्रेस प्रियंका गांधी को उम्मीदवार बनाएगी। इस फैसले के बाद मंगलवार सुबह राहुल गांधी ने वायनाड सीट से इस्तीफा लोकसभा में भेज दिया है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख