नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने बुधवार (19 जून) को यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द करने की घोषणा की। ऐजेंसी को प्रथम दृष्टया संकेत मिले हैं कि परीक्षा की सत्यनिष्ठा से समझौता किया गया है। शिक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "परीक्षा प्रक्रिया की उच्चतम स्तर की पारदर्शिता और पवित्रता सुनिश्चित करने के लिए, भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने निर्णय लिया है कि यूजीसी-नेट जून 2024 परीक्षा रद्द कर दी जाए।"
एग्जाम की नई तारीखों का अलग से होगा एलान
बयान में आगे कहा गया, "एक नई परीक्षा आयोजित की जाएगी, जिसके लिए जानकारी अलग से साझा की जाएगी। साथ ही, मामले की गहन जांच के लिए मामले को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपा जा रहा है।।" शिक्षा मंत्रालय ने बताया कि 19 जून, 2024 को, यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन (यूजीसी) को परीक्षा के बारे में गृह मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर कोऑर्डिनेशन सेंटर से कुछ जानकारी या कहें इनपुट मिले हैं। ये इनपुट प्रथम दृष्टया इस ओर इशारा कर रहे हैं कि एग्जाम में गड़बड़ी के संकेत हैं।
यहां ध्यान देने वाली बात है कि साफ-साफ पेपर लीक नहीं बोला गया है, हांलांकि ऐसे आरोप नेट की परीक्षा को लेकर बीते दिन से स्टूडेंट्स की ओर से लगाए जा रहे थे। शिक्षा मंत्रालय ने इसलिए यह फैसला किया है कि यूजीसी-नेट जून 2024- परीक्षा रद्द कर दी जाए। अब नए सिरे से परीक्षा आयोजित की जाएगी।
नीट (यूजी) 2024 परीक्षा: रिपोर्ट के मिलने पर सरकार करेगी कार्रवाई
बयान में आगे कहा गया, "नीट (यूजी) परीक्षा-2024 से संबंधित मामले में ग्रेस मार्क्स से संबंधित मुद्दे को पहले ही पूरी तरह से सुलझा लिया गया है। पटना में परीक्षा के संचालन में कथित कुछ अनियमितताओं के संबंध में आर्थिक अपराध इकाई, बिहार पुलिस से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। इस रिपोर्ट के मिलने पर सरकार आगे की कार्रवाई करेगी। सरकार परीक्षाओं की पवित्रता सुनिश्चित करने और छात्रों के हितों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह दोहराया जाता है कि इस मामले में शामिल पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति/संगठन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"