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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): राहुल गांधी ने वायनाड लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया। वे रायबरेली से सांसद रहेंगे। कांग्रेस ने वायनाड से उपचुनाव में प्रियंका गांधी को उतारने का फैसला किया है। प्रियंका के कैंडिडेट बनते ही कांग्रेस ने पीएम मोदी को वायनाड से चुनाव लड़ने का चैलेंज दे दिया है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, मोदी जी भी आएं वायनाड से चुनाव लड़ने, उन्हें कौन रोक रहा है?

पवन खेड़ा ने राहुल गांधी के वायनाड छोड़ने और रायबरेली से सांसद बने रहने के फैसले का जिक्र करते हुए कहा, हम सबको ये फैसला पसंद आया। पूरे देश में खुशी की लहर है। बीजेपी के वायनाड से उम्मीदवार पर उन्होंने कहा, बीजेपी का कोई भी नेता वहां लड़ने आ जाए, पीएम मोदी भी वायनाड लड़ने आ जाएं, उन्हें चुनाव लड़ने से रोक कौन रहा है। वाराणसी में संघर्ष से जीते हैं।

दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को कांग्रेस की बैठक के बाद एलान किया था कि राहुल गांधी रायबरेली से सांसद बने रहेंगे, वे वायनाड सीट खाली करेंगे। वायनाड से कांग्रेस प्रियंका गांधी को उम्मीदवार बनाएगी। इस फैसले के बाद मंगलवार सुबह राहुल गांधी ने वायनाड सीट से इस्तीफा लोकसभा में भेज दिया है।

उधर, प्रियंका गांधी ने भी पार्टी के इस फैसले का स्वागत किया था।

राहुल गांधी 2019 की तरह इस बार भी दो सीटों पर चुनाव लड़े थे। राहुल गांधी ने वायनाड और रायबरेली दोनों सीटों पर जीत हासिल की। हालांकि, 2019 में वे अमेठी और वायनाड से चुनाव लड़े थे, वायनाड में उन्हें जीत मिली थी, जबकि अमेठी में स्मृति ईरानी के सामने हार का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस ने इस बार अमेठी से राहुल की जगह के एल शर्मा को टिकट दिया था। केएल शर्मा ने स्मृति ईरानी को इस बार करीब 1.5 लाख वोटों से हरा दिया।

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