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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): जस्टिस संजीव खन्ना सोमवार (11 नवंबर) को देश के 51वें मुख्य न्यायाधीश बन गए हैं। उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुबह 10 बजे राष्ट्रपति भवन में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। जस्टिस संजीव खन्ना जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की जगह ले रहे हैं। जस्टिस खन्ना का कार्यकाल 13 मई, 2025 तक रहेगा। वो चुनावी बॉन्ड योजना खत्म करने और अनुच्छेद 370 निरस्त करने जैसे कई ऐतिहासिक फैसलों का हिस्सा रहे हैं।

जस्टिस संजीव खन्ना ने सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की जगह ली

आपको बता दें कि 12 अक्टूबर को केंद्र सरकार ने सीजेआई चंद्रचूड़ को एक लेटर भेजा था। इसमें उनसे अपने उत्तराधिकारी का नाम देने की गुजारिश की गई थी। इसके बाद सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने केंद्र सरकार को दिए अपने जवाब में जस्टिस संजीव खन्ना का नाम सुझाया था। इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की महुर लगने के बाद जस्टिस खन्ना का नाम तय किया गया था। आइए जानते हैं कौन हैं जस्टिस संजीव खन्ना, जो आज सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की जगह ले रहे हैं। जो रविवार (10 नवंबर) को सेवानिवृत हुए हैं।

नई दिल्ली: ठंड की दस्तक के साथ ही देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर वायु प्रदूषण की चपेट में है। आलम ये है कि शहर की हवा दमघोंटू हो गई है। लगातार एक्यूआई लेवल बढ़ रहा है जिससे दिल्ली वाले परेशान हो गए हैं। दिल्ली एनसीआर के क्षेत्र में वायु की गुणवत्ता में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को भी वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब' में श्रेणी में रही। आज सुबह दिल्ली का औसत एक्यूआई 346 दर्ज किया गया। 0 से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा', 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक', 101 और 200 के बीच ‘मध्यम', 201 और 300 के बीच ‘खराब', 301 और 400 के बीच ‘बेहद खराब', 401 और 500 के बीच एक्यूआई को ‘गंभीर' श्रेणी में माना जाता है।

दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए ड्रोन से पानी का छिड़काव

दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को शहर के आनंद विहार इलाके में प्रायोगिक तौर पर ड्रोन से पानी का छिड़काव किया। आनंद विहार सर्वाधिक प्रदूषित इलाकों में से एक है।

नई दिल्ली: भारत के चीफ जस्टिस धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ रविवार, 10 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट के शीर्ष पद से रिटायर हो रहे हैं। शुक्रवार को अपने आखिरी वर्किंग डे पर उन्होंने 'बुलडोजर जस्टिस' पर फैसला सुनाया और सुप्रीम कोर्ट से विदाई ली। चंद्रचूड़ ने नवंबर 2022 में चीफ जस्टिस के तौर पर पदभार संभाला था। उनके बाद जस्टिस संजीव खन्ना सोमवार, 11 नवंबर से इस पद का दायित्व संभालेंगे।

मैं जो भी करूंगा, उसमें मेरे पद की गरिमा हमेशा कायम रहेगी: चंद्रचूड़

रिटायरमेंट के बाद की योजना पर चर्चा करते हुए उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि उनके मुताबिक, जब कोई शख्स चीफ जस्टिस या जज के पद से रिटायर होता है, तब भी समाज उसे उसी सम्मान और मर्यादा से देखता है। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्ति का हर कदम समाज की अपेक्षाओं का मान रखते हुए होना चाहिए। चंद्रचूड़ ने अपने बयान में कहा, "मेरी निजी मान्यता है कि जब आप चीफ जस्टिस या जज के पद से मुक्त हो जाते हैं, तब भी समाज आपको उसी तौर पर देखता है। इसलिए, मैं जो भी करूंगा, उसमें मेरे पद की गरिमा हमेशा कायम रहेगी।"

नई दिल्ली: नई दिल्ली स्थित कनाडा उच्चायोग के सामने रविवार (10 नवंबर 2024) को हिंदू और सिख संगठनों के कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन कनाडा के ब्रैंपटन में एक हिंदू मंदिर पर हुए हमले के बाद किया गया, जिसमें खालिस्तान समर्थक समूह ने मंदिर के बाहर तोड़फोड़ और विरोध प्रदर्शन किया था। इस घटना के बाद दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित कनाडाई मिशन के सामने सुरक्षा बढ़ाई गई, जिसमें दिल्ली पुलिस ने भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात कर कई स्तरों पर बैरिकेडिंग की।

कनाडा के ब्रैम्पटन मंदिर पर हमले का विरोध

हिंदू सिख ग्लोबल फोरम के प्रदर्शनकारी कनाडाई उच्चायोग की ओर मार्च कर रहे थे और इस दौरान उन्होंने पुलिस बैरिकेड्स को गिराने की कोशिश की। प्रदर्शनकारियों ने "हिंदू और सिख एक हैं" और "भारत अपने मंदिरों का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा" जैसे नारे लगाए। यह प्रदर्शन उन घटनाओं के विरोध में किया गया, जो ब्रैंपटन स्थित हिंदू सभा मंदिर के बाहर हुई थीं।

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