नई दिल्ली: पाकिस्तान अपनी कायराना हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। संघर्ष विराम को कुछ घंटों के अंदर ही पाकिस्तान की ओर जम्मू कश्मीर और राजस्थान में कई जगहों पर संघर्ष विराम का उल्लंघन हुआ है। इसको लेकर विदेश मंत्रालय ने रात करीब 11 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि पिछले कुछ घंटों से इस समझौते का पाकिस्तान की ओर से घोर उल्लंघन हो रहा है। भारतीय सेना कार्रवाई कर रही है।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच पिछले कुछ दिनों से चल रही कार्रवाई को रोकने का समझौता शनिवार शाम हुआ था। पिछले कुछ घंटों से इस समझौते का पाकिस्तान की ओर से घोर उल्लंघन हो रहा है। भारतीय सेना जवाबी कार्रवाई कर रही है और इस सीमा अतिक्रमण से निपट रही है।
विदेश सचिव ने कहा कि यह अतिक्रमण अत्यंत निंदनीय है और पाकिस्तान इसके लिए जिम्मेदार है। पाकिस्तान इस स्थिति को ठीक से समझे और इसे रोकने के लिए तुरंत कार्रवाई करे।
उन्होंने कहा, सेना ने इस पर कड़ी नजर रखी हुई है और उसे किसी भी अतिक्रमण से निपटने के लिए ठोस और सख्त कदम उठाने के आदेश दे दिए गए हैं।
कुछ घंटे पहले ही विक्रम मिस्री ने संघर्ष विराम का एलान किया था
इससे पहले भारत पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम की पुष्टि विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने की। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, 'पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (डीजीएमओ) ने आज दोपहर 3:35 बजे भारतीय डीजीएमओ को फोन किया। उनके बीच यह सहमति बनी कि दोनों पक्ष भारतीय मानक समयानुसार 1700 बजे से ज़मीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे। आज दोनों पक्षों को इस सहमति को लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। सैन्य संचालन महानिदेशक 12 मई को 1200 बजे फिर से बात करेंगे। विदेश सचिव की यह संक्षिप्त घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के यह कहने के तुरंत बाद आई कि भारत और पाकिस्तान अमेरिका की मध्यस्थता में वार्ता के बाद पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं।
इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारत विदेश मंत्री एस. जयशंकर और पाकिस्तानी उप-प्रधानमंत्री व विदेश मंत्री इशाक डार के साथ अलग-अलग बात की थी। विदेश विभाग के प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने शनिवार की सुबह एक बयान में यह जानकारी दी थी। दरअसल, 7 मई को पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारत के ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद पाकिस्तान की ओर से 15 भारतीय शहरों को निशाना बनाए जाने के बाद दोनों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था।