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नई दिल्ली: देशभर के लाखों छात्र-छात्राएं जो सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2025 के नतीजों का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, उनके लिए राहत की खबर सामने आ गई है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने आखिरकार 10वीं और 12वीं के बोर्ड रिजल्ट जारी कर दिया है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 13 मई 2025 को कक्षा 10वीं का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया है।

इस साल कुल 93.60% छात्र-छात्राएं परीक्षा में सफल रहे हैं। यह पिछले साल के मुकाबले 0.06% ज्यादा है, जो बताता है कि छात्र लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। रिजल्ट में एक बार फिर लड़कियों ने बाजी मारी है। इस बार 95% लड़कियां पास हुई हैं, जबकि लड़कों की सफलता दर इससे 2.37% कम रही। यह सिलसिला पिछले कुछ वर्षों से लगातार बना हुआ है, जहां लड़कियां बोर्ड परीक्षाओं में लड़कों से आगे निकल रही हैं। इससे पहले बोर्ड ने 12वीं का रिजल्ट जारी किया था। दिल्ली क्षेत्र में लड़कियों का पास प्रतिशत 95.00% रहा, जबकि लड़कों का पास प्रतिशत 92.63% था। इस तरह लड़कियों ने लड़कों से 2.37% बेहतर प्रदर्शन किया। लड़कियाँ बोर्ड परीक्षाओं में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं।

नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने आज कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा 2025 का परिणाम आधिकारिक रूप से घोषित कर दिया है। लाखों छात्रों का इंतजार आखिरकार खत्म हो गया. इस साल का कुल पास प्रतिशत 88.39% रहा है, जो पिछले साल की तुलना में थोड़ा बेहतर है।

सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर छात्र अपने रोल नंबर और स्कूल कोड की मदद से अपना रिजल्ट देख सकते हैं। इसके अलावा डिजिलॉकर और यूएमएएनजी ऐप के जरिए भी मार्कशीट डाउनलोड की जा सकती है।

इस साल कुल 17,04,367 छात्रों ने परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था, जिनमें से 16,92,794 छात्र परीक्षा में शामिल हुए। इनमें से 14,96,307 छात्र सफल घोषित किए गए हैं। 2024 में पास प्रतिशत 87.98% रहा था, जबकि इस साल 88.39% छात्रों ने सफलता हासिल की है। यानि इस बार 0.41% की बढ़त देखने को मिली है।

सीबीएसई ने इस साल भी टॉपर्स की कोई मेरिट लिस्ट जारी नहीं की है। बोर्ड का मानना है कि इससे अनावश्यक प्रतियोगिता से बचा जा सकता है।

नई दिल्ली: 'बातें कम, काम ज़्यादा'.. चीफ जस्टिस संजीव खन्ना के कार्यकाल को कम शब्दों में समझना चाहें तो शायद यह कहना सबसे सही होगा। जजों के बारे में पुरानी कहावत है कि वह अपने फैसलों या आदेशों के जरिए ही बोलते हैं। 13 मई को रिटायर हो रहे खन्ना हमेशा इस परंपरा का पालन करते नजर आए। वह अपनी बात आदेशों और फैसलों के जरिए ही रखते रहे। उन्होंने कभी कोई ऐसी टिप्पणी नहीं की जो चर्चा का विषय बनी।

चीफ जस्टिस खन्ना का व्यक्तित्व अपने पूर्ववर्ती चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ से बिल्कुल अलग था। चंद्रचूड़ खुलकर अपने विचार रखते थे, वहीं खन्ना अल्पभाषी थे। 11 नवंबर, 2024 को भारत के मुख्य न्यायाधीश बने खन्ना का कार्यकाल भी मात्र 6 महीना ही रहा, लेकिन उन्होंने इसे अपने ठोस निर्णयों से प्रभावशाली और यादगार बना दिया। यह निर्णय उन्होंने न्यायिक और प्रशासनिक दोनों स्तर पर लिए।

पहले उनके प्रशासनिक फैसलों की ही बात कर लेते हैं। दिल्ली हाई कोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा के घर पर जले हुए कैश की बरामदगी के मामले में उन्होंने बेहद सख्त और पारदर्शी रवैया अपनाया।

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी घटना के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया। इसके बाद भारत–पाकिस्तान में सीजफायर हो गया। फिलहाल सीमा पर शांति तो है, लेकिन संभावित खतरों को देखते हुए भारत अब भी अलर्ट मोड पर है। सीमावर्ती इलाकों से गुजरने वाली उड़ानों के लिए एयरलाइंस कंपनियों ने नई एडवाइजरी जारी की है।

एअर इंडिया ने आज 8 प्रमुख शहरों से आने-जाने वाली उड़ानों को रद्द करने की घोषणा की है। एअर इंडिया ने एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें उड़ानों को रद्द करने को लेकर जानकारी दी गई है। एडवाइजरी के अनुसार, प्रभावित एयरपोर्ट्स में जम्मू, लेह, जोधपुर, अमृतसर, भुज, जामनगर, चंडीगढ़ और राजकोट शामिल हैं। एयरलाइन ने बताया कि यह फैसला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। एअर इंडिया ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, "हालिया घटनाक्रमों और आपकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, जम्मू, लेह, जोधपुर, अमृतसर, भुज, जामनगर, चंडीगढ़ और राजकोट से आने-जाने वाली उड़ानें 13 मई को रद्द कर दी गई हैं। स्थिति पर नजर है। आगे जानकारी दी जाएगी।”

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