नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने से सुरक्षा हालात बिगड़ते नजर आ रहे हैं। जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के कई शहरों में शुक्रवार रात तेज धमाके हुए। इसे देखते हुए शहरों में ब्लैकआउट कर दिया गया और युद्ध के सायरन बजा दिए गए। लोगों से अपील की गई कि वे बाहर न निकलें और सुरक्षित स्थानों पर ही रहें। इसके अलावा एलओसी पर कई सेक्टरों में गोलाबारी भी हो रही है, जिस पर भारतीय सेना जवाबी कार्रवाई कर रही है।
सेना ने हमला किया नाकाम, ब्लैकआउट लागू
बताया जा रहा है कि जम्मू, नौशेरा, सांबा, उरी समेत राजस्थान के पोखरण और पंजाब के पठानकोट में पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमले हुए हैं, जिन्हें भारतीय सेना ने नष्ट कर दिया है। जम्मू क्षेत्र में धमाकों की आवाज आने और सायरन बजने के बाद शहर में शुक्रवार को लगातार दूसरी रात ‘ब्लैकआउट’ किया गया। अधिकारियों ने बताया कि जम्मू, सांबा और पड़ोसी राज्य पंजाब के पठानकोट जिले में भी ड्रोन देखे गए और उन्हें निष्प्रभावी करने की कोशिश की जा रही हैं।
उन्होंने कहा, श्रीनगर में मस्जिदों के लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल स्थानीय लोगों को एहतियात के तौर पर अपने घरों की लाइटें बंद करने के लिए किया गया है।
शुक्रवार शाम को पंजाब के पठानकोट और फिरोजपुर जिलों में जोरदार धमाकों की आवाजें सुनी गईं। फिरोजपुर में एक पाकिस्तानी ड्रोन ने रिहायशी इलाके पर हमला किया, जिसमें एक परिवार घायल हो गया। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि फिरोजपुर, पठानकोट, अमृतसर और होशियारपुर जिलों में हवाई हमले के सायरन बजाए गए और इन शहरों सहित पंजाब के कई इलाकों में ब्लैकआउट लागू कर दिया गया।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, राजस्थान के जैसलमेर में शुक्रवार को लगातार दूसरी रात पाकिस्तान से आने वाले ड्रोन को रोका गया और वायु रक्षा प्रणालियों ने हवा में रोककर नष्ट कर दिया। सूत्रों ने बताया कि इस खतरे के बाद सुरक्षाबलों ने रेड अलर्ट जारी किया और कई सीमावर्ती जिलों में व्यापक ब्लैकआउट कर दिया गया। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान से लॉन्च किए गए ड्रोन को भारत की वायु रक्षा प्रणालियों ने हवा में ही रोककर नष्ट कर दिया।
हमलों के तुरंत बाद, पोकरण में सायरन बजने लगे और एहतियात के तौर पर पूरे क्षेत्र में पूर्ण ब्लैकआउट कर दिया गया। हमले के बाद,जोधपुर में आधी रात को शुरू होने वाला ब्लैकआउट को शुक्रवार को तुरंत पूरे शहर में लागू कर दिया गया। रेट अलर्ट को बाड़मेर, श्रीगंगानगर, फलोदी और जोधपुर तक बढ़ा दिया गया और इन जिलों में इसी तरह के ब्लैकआउट लागू किए गए।
पाकिस्तान की ताजा हरकतों के बीच जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “जहां मैं हूं, वहां से रुक-रुक कर विस्फोटों की आवाजें, शायद भारी तोपों की, सुनी जा सकती हैं।” उन्होंने अंधेरे में डूबे शहर की एक तस्वीर भी पोस्ट की और कैप्शन में लिखा, “जम्मू में अब ब्लैकआउट है। पूरे शहर में सायरन की आवाज सुनी जा सकती है।” उन्होंने एक अन्य पोस्ट में कहा, “जम्मू और उसके आसपास के सभी लोगों से मेरी विनम्र अपील है कि कृपया सड़कों पर न निकलें, घर पर रहें या निकटतम ऐसी जगह पर चले जाएं जहां आप अगले कुछ घंटों के लिए आराम से रह सकते हैं। अफवाहों पर ध्यान न दें, निराधार या अपुष्ट बातें न फैलाएं और हम सब मिलकर इससे निपट लेंगे।”
इससे पहले आज रक्षा सूत्रों ने बताया कि गुरुवार शाम को भारतीय वायु रक्षा इकाइयों ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण जम्मू हवाई अड्डे सहित जम्मू के सीमावर्ती क्षेत्रों की ओर पाकिस्तान द्वारा दागी गई कम से कम आठ मिसाइलों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया। मिसाइलों का लक्ष्य सतवारी (जम्मू हवाई अड्डा), सांबा, आर.एस.पुरा और अरनिया सहित प्रमुख स्थान थे। हवाई हमलों ने रणनीतिक जम्मू हवाई अड्डे और उसके आसपास के क्षेत्रों पर हमला करने का प्रयास किया था, जहां सेना, वायु सेना और अर्धसैनिक बल के प्रतिष्ठान स्थित हैं।
ये विस्फोट ऐसे समय में हुए हैं, जब भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत इस सप्ताह के शुरू में पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया था, जिसके बाद पाकिस्तान की ओर से लगातार गोलाबारी हो रही है। पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा मंगलवार देर रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए गए थे, जिसमें कई आतंकियों का सफाया हो गया था।