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नई दिल्ली: आजाद भारत की 70वीं सालगिरह पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले के प्राचीर से बड़ा ऐलान किया। उन्होंने ऐलान किया कि गरीबों के 1 लाख रुपये तक बीमारी का खर्चा सरकार उठाएगी। इसके अलावा उन्होंने पीओके, बलूचिस्तान आदि का जिक्र करते हुए पाकिस्तान को आतंकवाद पर निशाने पर लिया। इसके अलावा उन्होंने देश से वादा किया कि उनकी थाली महंगी नहीं होने देंगे। ग्राम प्रधान हो या प्रधानमंत्री हर किसी को सुराज के लिए अपनी जिम्मेदारियों को निभाना होगा। ये सही है देश के सामने समस्याएं अधिक हैं लेकिन ये हम न भूलें कि देश के पास सामर्थ्य भी अधिक है। देश के पास समस्याएं अधिक हैं तो 125 करोड़ मस्तिष्क भी है। एक समय था जब सरकार आक्षेपों से घिरी रहती थी लेकिन हम अपेक्षाओं से घिरी है। आज कार्य की नहीं इस सरकार की कार्य संस्कृति के प्रति देश का ध्यान आकृष्ट करना चाहता हूं। आज मैं सिर्फ नीति की नहीं नीयत और निर्णय की भी बात करूंगा। पहले की सरकार में मुद्रास्फीति 10% के पार कर गया था, हमने 6% से ऊपर जाने नहीं दिया। रिजर्व बैंक से हमने बात किया है अभी और असर दिखेगा। दो साल देश में आकाल रहा। सब्जियों के दाम पर असर दिखा, दाल का उत्पादन गिरा, महंगाई बढ़ी। हमने महंगाई को रोकने का भरपूर प्रयास किया है और करता रहूंगा। आपकी थाली को महंगी नहीं होने दूंगा। रिस्पॉन्सिबिलिटी और एकाउंटिबिलिटी सुशासन की जड़ में होना चाहिए।

आज एम्स में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और तारीख दी जाती है, उसकी रिपेार्ट भी ऑनलाइन मिलती है। आज सरकार के 40 से ज्यादा बड़े अस्पतालों में ये सुविधा चल रही है। एक समय था जब रेल टिकट 1 मिनट में 2000 टिकट मिलते थे, आज 1 मिनट में 15000 रेल टिकट मिलना संभव हो गया है।यही रिस्पॉसिबल गवर्नमेंट है। अब रिफंड मिलने में जुगाड़ नहीं लगाना पड़ता, तीन हफ्ते में खुद रिफंड अकाउंट में आ जाता है। पहले पासपोर्ट बनवाने में 4-5 हफ्ते तो यूं ही निकल जाते थे। किसी सिफारिश की जरूरत नहीं, अब 1-2 हफ्ते पासपोर्ट आपके घर पहुंच जाता है। यही सुशासन है। पहले कंपनियों को कारखाना खोलने के लिए 6 महीने चक्कर काटने पड़ते थे, अब 24 घंटे में ये सरकार रजिस्ट्रेशन कर रही है। सुराज के लिए सुशासन भी जरूरी है। हमने पिछली साल ग्रुप सी और डी की जॉब के लिए इंटरव्यू खत्म कर दिया था। 9000 पदों पर इंटरव्यू खत्म कर दिए। हर ग्रामीण की अपेक्षा रहती है कि उसके गांव तक पक्की सड़क आए, हमने उसको गति देने का काम किया है। पहले 75 किलोमीटर सड़क प्रतिदिन के हिसाब से बनती थी हमने 100 किलोमीटर की सड़क प्रतिदिन बनाने का काम शुरू कर दिया है। पिछले एक साल में 40% वृद्धि सौर ऊर्जा में हुई है। हमारी सरकार बनने के पहले एक साल में 35 किलोमीटर ट्रांसमिशन लाइन बिछाई जाती थी, पर हमने पिछले दो साल में 50000 किलोमीटर की लाइन बिछाई है। रेल लाइन हमने पिछले दो साल में 3500 किलोमीटर तक बिछा दिया है। आज हमने 70 करोड़ लोगों को आधार कार्ड से जोड़ दिया है। 60 साल में 14 करोड़ रसोई गैस कनेक्शन मिले थे, हमने 60 हफ्ते में 4 करोड़ को रसोई गैस दी है। हमने कानूनों का बोझ कम करने की दिशा में भी काम किया है। हमने 1700 ऐसे कानून निकाले हैं जो निरस्त किये जाने हैं, 1175 संसद से निरस्त भी किये जा चुके हैं। प्रधानमंत्री जनधन योजना से हमने 21 करोड़ नागरिकों को जोड़कर असंभव को संभव कर दिखाया है। हिन्दुस्तान के गांवों में खुले में शौच बंद होने चाहिए। आज मैं कह सकता हूं कि डेढ़ करोड़ शौच गांवों में बनाए जा चुके हैं। 18000 गांवों में से आज 10 हजार गांवों में बिजली पहुंच गई है। कई गांव ऐसे हैं जहां आज आजादी के इस जश्न को लोग टीवी पर देख रहे हैं। दिल्ली से 3 घंटे की दूरी पर हाथरस इलाके में एक गांव है नगला फटेला, लेकिन बिजली को पहुंचने में 70 साल लग गए। एलईडी बल्ब 350 रुपये में आता था आज 50 रुपये में बेच रहे हैं, 13 करोड़ बल्ब आज पूरे देश में बांटे गए हैं। 77 करोड़ बल्ब बांटने का संकल्प है। मैं देशवासियों से अपील करता हूं कि आप अपने घर में एलईडी बल्ब लगाइए। देश के सवा सौ करोड़ रुपये को बचाया जाने का लक्ष्य है। कतर से हमने बात की और आज हम ये कह सकते है कि हमारी विदेश नीतियों के कारण देश का 20 हजार करोड़ रुपये बच गया। ईरान अफगानिस्तान हिन्दुस्तान मिलकर चाबाहार प्रोजेक्ट की दिशा में काम कर रहे हैं। गुरु गोविंद सिंह जी की 350वीं जयंती मना रहे हैं। किसान भाइयों को दो साल के अकाल के बावजूद देश के आनाज भंडार को भरने के लिए जो अथक प्रयास किया उसके लिए धन्यवाद देता हूं। उनका अभिनंदन करना चाहता हूं। अत्यधिक वर्षा से पीडि़तों को सरकार जरूर मदद करेगी। दाल की बुआई डेढ़ गुना हो गई है। किसानों के लिए हमने जल प्रबंधन, सिंचन पर बल दिया है। माइक्रो इरीगेशन पर हम ध्यान दे रहे हैं। हमने किसान की लागत कम करने के लिए सोलर पंप की दिशा में काम शुरू किया है। ताकि उनका खर्चा कर पड़े। अबतक 77 हजार सोलर पंप बांटा गया है। अच्छे बीज के लिए हमारे देश के वैज्ञानिकों ने 131 से ज्यादा कृषि बीज तैयार किये हैं। मैं इन वैज्ञानिकों को बधाई देता हूं। हमने खाद की कमी को दूर कर दिया। हमने फसल बीमा योजना बनाई। 15 लाख टन अजान भंडारण की दिशा में काम किया है। सरकारों ने अपनी पहचान बनाने के लिए बहुत कुछ किया, ऐसी ही परंपरा रही। लेकिन हमने टोटल ट्रांसपिरेंसी की दिशा में काम किया। हम चाहते हैं कि सरकार की पहचान, दल की पहचान बने या न बने देश की पहचान बनाने की दिशा में काम किया है। साढ़े सात लाख करोड़ के प्रोजेक्ट जो लटके पड़े थे, हमने उसे भी पूरा कराने की दिशा में काम किया है। 270 प्रोजेक्ट जो अटके थे हमने उसे पूरा कराया। यूपी में हर साल गन्ना किसानों के बकाया की खबर दिखती थी, हमने पुराना बकाया 99.95% चुकता कर दिया है। इस बार जो गन्ना बेचा गया वो भी अबतक 95% दाम चुका दिया गया है। जो बचा है वो भी जल्दी चुका दिया जाएगा। गैस गांवों तक पहुंचाने का काम हमने काफी कुछ किया है। हमने पोस्ट ऑफिस को पेमेंट बैंक बनाने की दिशा में काम शुरू किया है। गांव गांव तक पोस्ट ऑफिस में बैंक खुद जाएगा। जो एयर इंडिया पूरी तरह बदनाम हुआ करता था, बीएसएनएल गड्ढ़े में जा रहा था, शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, बिजली के कारखाने कोयले की अभाव में बंद होने की नौबत पर थे आज कोयल कारखाने के सामने खड़ा है। आधार कार्ड से लोगों के खाते में पैसा जाने लगा है इससे बिचौलिया का खात्मा हो गया है। योजनाओं से फर्जी नाम हटाकर करोड़ों रुपये बचाए। कोयले की नीलामी में कोई दाग नहीं है। आज विश्व एक दूसरे देश से जुड़ा हुआ है। हमें वैश्विक इकॉनोमिक को ध्यान देना होगा। दुनिया की सभी संस्थाओं ने भारत को सराहा है। विदेशी निवेश के मामले में हमारा देश आज दुनिया में सबसे पसंदीदा देश बन गया है। यूनाइटेड नेशन की एक संस्था ने एक अनुमान लगाया है कि जो भारत आज अर्थव्यवस्था के मामले में 10वें नंबर पर खड़ा है वह दो साल में तीसरे नंबर पर आ जाएगा। र्वल्ड इकोनोमिक फोरम ने कहा कि पहले से भारत 19 अंक ऊपर बढ़ गया है। हमने इस योजना के लिए जो प्रयास किये हैं उसके लिए देश के हर मां बाप को सजग होने की जरूरत है। हमने महिलाओं को गरीबी से लड़ने के लिए सशक्त बनाने की दिशा में काम करना शुरू किया है। हमने प्रसूती के लिए छुट्टी 26 हफ्ते कर दिया है।

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