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नई दिल्ली: विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने आज गौरक्षकों के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर कड़ी आपत्ति जतायी और कहा कि उन्होंने उन्हें असामाजिक बताकर उनका अपमान किया है एवं मांग की कि सरकार उनसे बातचीत करे। विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि राज्यों को गौरक्षकों पर डोजियर तैयार करने का मोदी का निर्देश हिंदुओं का नस्ली प्रोफाइल तैयार करने जैसा है क्योंकि वे ऐसे लोग हैं जो गायों की रक्षा के लिए अपनी जान दे देते हैं। प्रधानमंत्री के बयान पर असंतोष और पीड़ा प्रकट करते हुए उन्होंने सवाल किया कि क्यों देश के प्रमुख ने गोकशी करने वालों को क्लीनचिट दे दी और गौरक्षकों का उत्पीड़न किया जो उनके उत्साही समर्थक रहे और जिन्होंने उन्हें निर्वाचित होने में मदद की।

उन्होंने कहा कि गायों को बचाने में हिंदुओं की कोशिशों की प्रशंसा करने और इन सामान्य, गैर फैंसी गौर रक्षकों के साथ ईमानदार बातचीत करने के बजाय मोदी ने ऐसे 80 फीसदी लोगों को असामाजिक करार दिया। तोगड़िया ने संवाददाताओं से कहा कि यह न केवल गोमाता बल्कि हिंदुओं और उन सभी का अपमान है जो गायों की रक्षा के लिए अपनी जान लगा देते हैं। गौरक्षकों, जिनमें से कुछ ने मोदी के गह राज्य गुजरात में दलितों के साथ मारपीट की थी, की कड़ी निंदा करते हुए मोदी ने पिछले हफ्ते कहा था कि वह ऐसे असामाजिक तत्वों से नाराज हैं जो रात को अपराध करते हैं और दिन में गौरक्षक होने की नौटंकी करते हैं। तोगड़िया ने मोदी से अपने इस बयान को साबित करने को कहा कि 80 फीसदी गौरक्षक असमाजिक गतिविधियों में लगे रहते हैं।

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