नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने यहां राष्ट्रपति भवन में सोमवार को आयोजित एक समारोह में पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक समेत कई अन्य दिग्गज हस्तियों को पद्म पुरस्कार प्रदान किए। नायडू, पाठक और प्रसिद्ध भरतनाट्यम नृत्यांगना पद्मा सुब्रमण्यम को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। पाठक को मरणोपरांत यह पुरस्कार दिया गया है। इसके साथ ही अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती, गायिका उषा उत्थुप, उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाइक और उद्योगपति सीताराम जिंदल को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर सहित अन्य लोग उपस्थित थे। देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों- पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री- में प्रदान किया जाता है। ये पुरस्कार विभिन्न विषयों या गतिविधियों के क्षेत्रों में दिए जाते हैं, जिनमें कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल, सिविल सेवा समेत अन्य क्षेत्र शामिल हैं।
पद्म विभूषण असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए, पद्म भूषण उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिए और पद्म श्री किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिए प्रदान किया जाता है।
पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की जाती है। वर्ष 2024 के लिए राष्ट्रपति ने 132 पद्म पुरस्कार प्रदान करने की मंजूरी दी थी, जिसमें दो युगल मामले (युगल मामले में पुरस्कार की गिनती एक के रूप में होती है) शामिल हैं।
इस सूची में पांच पद्म विभूषण, 17 पद्म भूषण और 110 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं। पुरस्कार विजेताओं में से 30 महिलाएं हैं। इस सूची में विदेशी/अनिवासी भारतीय/भारतीय मूल के व्यक्ति/ओसीआई श्रेणी के आठ लोग और नौ मरणोपरांत पुरस्कार विजेता भी शामिल हैं। करीब आधे पुरस्कार विजेताओं को सोमवार को पुरस्कार प्रदान किए गए, शेष को अगले सप्ताह पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की संभावना है।