नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): लोकसभा चुनाव में 19 अप्रैल को पहले चरण के मतदान की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जिन सीटों पर मतदान होगा, उसके आसपास के जिलों की सीमाएं सील रहेंगी। इसके अलावा, ऐसा कोई लोकसभा क्षेत्र, जिसकी सीमा अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर से लगती हैं, वहां भी कई रास्तों को सील किया गया है। संवेदनशील मतदान केंद्रों के आसपास ड्रोन से निगरानी की जाएगी। नक्सल प्रभावित क्षेत्र और उत्तर पूर्व के इलाकों में स्थित मतदान कर्मियों को बूथ तक पहुंचाने के लिए हेलिकॉप्टर की मदद ली गई है। निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण तरीके से मतदान कराने के मकसद से केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के करीब तीन लाख जवानों ने तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा तैयार किया है। चुनावी जिलों में इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं।
19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण के लिए वोट डाले जाएंगे। 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 संसदीय सीटों पर मतदान होगा। लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण की वोटिंग के साथ ही अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम की 92 विधानसभा सीटों पर भी वोट डाले जाएंगे।
अरुणाचल प्रदेश की 2 लोकसभा सीटें, जिनमें अरुणाचल प्रदेश पूर्व और अरुणाचल प्रदेश पश्चिम शामिल हैं, पर मतदान होगा। असम की डिब्रूगढ़, जोरहाट, काजीरंगा, लखीमपुर व सोनितपुर सीट पर वोट डाले जाएंगे। बिहार में औरंगाबाद, गया, जमुई व नवादा सीट पर मतदान होगा।
मध्यप्रदेश में छिंदवाड़ा, जबलपुर, बालाघाट, मंडला, सीधी व शहडोल और छत्तीसगढ़ की बस्तर सीट पर वोट डाले जाएंगे। मणिपुर में आंतरिक मणिपुर और बाहरी मणिपुर की सीट पर मतदान होगा। महाराष्ट्र में नागपुर, चंद्रपुर, भंडारा-गोंदिया, गढ़चिरौली-चिमूर और रामटेक सीट पर वोट डाले जाएंगे। मिजोरम, नागालैंड, पुडुचेरी, सिक्किम व लक्षद्वीप में एक-एक सीट पर मतदान होगा। मेघालय की दो सीटें, शिलांग व तुरा पर वोट डाले जाएंगे। जम्मू-कश्मीर में उधमपुर की एक सीट पर वोट पड़ेंगे।
तमिलनाडु में 39 सीटों पर मतदान होगा
तमिलनाडु में तिरुवल्लुर, चेन्नई उत्तर, चेन्नई दक्षिण, चेन्नई सेंट्रल, कृष्णागिरी, धर्मपुरी, तिरुवन्नमलाई, अरणी, विलुप्पुरम, कल्लाकुरिची, सलेम, नामक्कल, इरोड, तिरुप्पुर, नीलगिरी, कोयंबटूर, पोलाची, डिंडीगुल, श्रीपेरंबुदूर, कांचीपुरम, अराक्कोनम, वेल्लोर, करूर, तिरुचिरापल्ली, पेरम्बलूर, कुड्डालोर, चिदंबरम, मयिलादुथुराई, थेनी, विरुधुनगर, रामनाथपुरम, थूथुकुडी, तेनकासी, तिरुनेलवेली, कन्याकुमारी, नागापट्टिनम, तंजावुर, शिवगंगा व मदुरै सीट पर वोट डाले जाएंगे।
राजस्थान की गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनू, सीकर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, दौसा और नागौर सीट पर वोट पड़ेंगे।
उत्तर प्रदेश में पीलीभीत, सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद और रामपुर में मतदान होगा। पश्चिम बंगाल में कूचबिहार, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी में मतदान होगा। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में एक सीट पर वोट डाले जाएंगे।
आसपास के जिलों की सीमाएं सील
केंद्र सरकार के सूत्रों के मुताबिक, प्रथम चरण के मतदान के दौरान सुरक्षा के अचूक प्रबंध किए गए हैं। पश्चिम बंगाल में कूचबिहार, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी लोकसभा सीट पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की करीब 300 कंपनियां तैनात की गई हैं। संवेदनशील बूथों के अलावा, राष्ट्रीय राजमार्ग और स्थानीय सड़कों पर भी सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। सार्वजनिक परिवहन और निजी वाहनों की चेकिंग की जा रही है। मणिपुर और बंगाल में मतदान के दौरान तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा रहेगा। जिन सीटों पर मतदान होगा, उसके आसपास के जिलों की सीमाएं सील कर दी जाएंगी।
जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, असम, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर के आसपास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है। ड्रोन के जरिए निगरानी की जा रही है। चुनाव प्रचार बंद होने के बाद स्थानीय पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों ने मतदान केंद्रों के आसपास गश्त की है। संवेदनशील मतदान केंद्रों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। अधिकांश केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। कई जगहों पर लोकल पुलिस ने केंद्रीय बलों को साथ लेकर सर्च अभियान शुररू किया है। यूपी-उत्तराखंड सीमा पर चौकसी बढ़ाई गई है। बिलासपुर, बाजपुर-स्वार सीमा, मसवासी सीमा पर भी सीसीटीवी लगाए गए हैं। मतदान केंद्र के 200 मीटर के दायरे में वाहनों को ले जाने की अनुमति नहीं होगी। बूथों पर मोबाइल फोन के सीमित इस्तेमाल को लेकर दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।
बस्तर में रहेगा तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा
छत्तीसगढ़ की बस्तर सीट पर मतदान के लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा तैयार किया गया है। मतदान कर्मियों को हेलिकॉप्टर के जरिए बूथों तक पहुंचाया जा रहा है। नक्सली हमले के खतरे के मद्देनजर, सीआरपीएफ ने कई बूथों पर मोर्चा संभाला है। केंद्रीय बलों की साढ़े तीन सौ कंपनियां तैनात की गई हैं। मतदान केंद्र तक पहुंचने वाले रास्तों पर भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। भारतीय वायु सेना के एमआई-17 हेलिकॉप्टरों की मदद ली जा रही है। 196 मतदान केंद्रों को संवेदनशील/गंभीर श्रेणी में रखा गया है। नक्सल प्रभावित इलाकों में किसी भी आपात स्थिति में हेलिकॉप्टर की सुरक्षित लैंडिंग हो सके, इसके लिए करीब चार दर्जन हेलीपैड तैयार किए गए हैं। ये हेलीपैड, मतदान केंद्रों के आसपास बनाए गए हैं। इसी तरह उत्तरी पश्चिम बंगाल के तीन लोकसभा क्षेत्रों में भी भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। कूचबिहार, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी लोकसभा सीटों पर करीब 30,000 केंद्रीय बलों को लगाया गया है। मणिपुर सहित कई दूसरे स्थानों ने केंद्रीय बलों को पश्चिम बंगाल में भेजा गया है।