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नई दिल्ली: मशहूर बिजनेसमैन और इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्य सभा के लिए मनोनीत किया है। इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुधा मूर्ति को बधाई देते हुए कहा कि ये नारी शक्ति का एक शक्तिशाली प्रमाण है।

'नारी शक्ति' का एक शक्तिशाली प्रमाण: पीएम मोदी

उन्होंने कहा, "मुझे खुशी है कि भारत के राष्ट्रपति ने सुधा मूर्ति जी का राज्यसभा में नामांकन किया है। सामाजिक कार्य, परोपकार और शिक्षा सहित विविध क्षेत्रों में सुधा जी का योगदान अतुलनीय और प्रेरणादायक रहा है। राज्यसभा में उनकी उपस्थिति हमारी 'नारी शक्ति' का एक शक्तिशाली प्रमाण है, जो हमारे देश की नियति को आकार देने में महिलाओं की ताकत और क्षमता का उदाहरण है। उनके सफल संसदीय कार्यकाल की कामना करता हूं।"

सुधा मूर्ति इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष होने के साथ-साथ एक टीचर और राइटर भी हैं। उन्होंने कई किताबें लिखी हैं। उनका जन्म 19 अगस्त 1950 को शिगांव में हुआ।

उन्होंने इनंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति से साल 1978 में शादी की। उनकी एक बेटी अक्षरा मूर्ति हैं जो ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी हैं। सुधा मूर्ति के बेटे का नाम रोहन मूर्ति है।

वह गेट्स फाउंडेशन की सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल पहल की सदस्य भी हैं। उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय में मूर्ति क्लासिकल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया की स्थापना की है। 2006 में, सुधा मूर्ति को भारत के चौथे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया। बाद में उन्हें तीसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।

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