नई दिल्ली: झारखंड के हजारीबाग से बीजेपी के सांसद जयंत सिन्हा ने सक्रिय राजनीति से सन्यास लेने का एलान किया है। जयंत सिन्हा ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर इसकी जानकारी दी है। वह बीजेपी उम्मीदवारों की सूची आने से पहले ही चुनाव लड़ने से मना करने वाले दूसरे बीजेपी सांसद हैं। पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के बेटे जयंत मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वित्त राज्य मंत्री भी रह चुके हैं।
भाजपा सांसद जयंत सिन्हा ने लोकसभा चुनाव न लड़ने के संकेत दिए हैं। जयंत सिन्हा ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को चिट्ठी लिखकर उन्हें चुनावी दायित्व से मुक्त करने की मांग की है। जयंत सिन्हा ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि 'मैंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुझे चुनावी दायित्व से मुक्त करने अपील की है ताकि मैं भारत और दुनिया में जलवायु परिवर्तन से निपटने पर फोकस कर सकूं। हालांकि मैं पार्टी की आर्थिक और प्रशासनिक मुद्दों पर काम करता रहूंगा।' जयंत ने लिखा 'मैं बहुत सौभाग्यशाली हूं कि मुझे बीते 10 वर्षों तक भारत और हजारीबाग के लोगों की सेवा का मौका मिला। मुझे भाजपा नेतृत्व, पीएम मोदी और अमित शाह ने कई अवसर दिए, जिसके लिए मैं उनका आभारी हूं, जय हिंद।'
गौतम गंभीर ने भी राजनीति से सन्यास लेने का किया एलान
दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद गौतम गंभीर ने भी शनिवार को कहा कि उन्होंने पार्टी नेतृत्व से उन्हें राजनीतिक दायित्वों से मुक्त करने का अनुरोध किया है ताकि वह क्रिकेट संबंधी अपनी आगामी प्रतिबद्धताओं पर ध्यान दे सकें।
गंभीर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘मैंने पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से मुझे मेरे राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करने का आग्रह किया है ताकि मैं अपनी आगामी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकूं।'' उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लोगों की सेवा करने का अवसर देने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद देता हूं।''
कई दिग्गजों का टिकट हो चुका है फाइनल, एलान बाकी
गौरतलब है कि भाजपा ने अभी तक अपने उम्मीदवारों के नामों का औपचारिक एलान नहीं किया है, बावजूद इसके पार्टी विभिन्न सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लगा चुकी है। हालांकि सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह सहित भाजपा के कई दिग्गज नेता किन सीटों से चुनाव मैदान में उतरेंगे इसे लेकर पार्टी की तरफ से फैसला लिया जा चुका है।
पीएम मोदी के वाराणसी से चुनाव लड़ने की पूरी संभावना
भाजपा के सबसे चर्चित चेहरे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर भाजपा 2014 और 2019 के चुनावों में जीत हासिल कर चुकी है और एक बार फिर उन्हीं की गारंटी पर 2024 के आम चुनावों में उतर रही है। नरेंद्र मोदी 2001 से 2014 तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे और 2014 से प्रधानमंत्री हैं। 2014 में उन्होंने वाराणसी और वडोदरा से चुनाव लड़ा और दोनों ही जगहों से जीतने के बाद वडोदरा से इस्तीफा दे दिया था। अब वो तीसरी बार वाराणसी से ही चुनाव लड़ेंगे।
अमित शाह के गांधीनगर से चुनाव लड़ने की संभावना
प्रधानमंत्री मोदी के सबसे भरोसेमंद साथी और दाहिने हाथ माने जाने वाले गृहमंत्री अमित शाह एक बार फिर से गुजरात की राजधानी और अपनी पुरानी सीट गांधीनगर से चुनाव लड़ेंगे। अमित शाह को भाजपा की पहले गुजरात और फिर भारत भर में कामयाबी का एक मजबूत स्तंभ माना जाता है, ऐसे दिग्गज नेता का टिकट गांधीनगर से बिलकुल कंफर्म माना जा रहा है।