नई दिल्ली: चंडीगढ़ मेयर चुनाव में गड़बड़ी के मामले पर सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार (20 फरवरी) को सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच ने मेयर इलेक्शन के रिटर्निंग ऑफिसर अनिल मसीह की तरफ से अवैध करार दिए गए सभी 8 वोटों को 'मान्य' घोषित कर दिया। शीर्ष अदालत के इस निर्णय पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी समेत पार्टी के कई नेताओं ने प्रतिक्रिया जाहिर की है।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर पोस्ट शेयर कर लिखा, ''लोकतंत्र की हत्या की भाजपाई साजिश में मसीह सिर्फ 'मोहरा' है, पीछे मोदी का 'चेहरा' है।''
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने लोकतंत्र को निरंकुश बीजेपी के दंश से बचा लिया है, जिसने गंदी चुनावी गड़बड़ी को अपनाया था। बीजेपी इस हेराफरी के सहारे चुनाव जीत रही थी।
उन्होंने इस चुनाव के सहारे बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि चंडीगढ़ मेयर इलेक्शन में संस्थागत तोड़फोड़ मोदी-शाह की लोकतंत्र को रौंदने की कुटिल साजिश का एक छोटा सा नमूना मात्र है।
'संविधान पर हमले का सामूहिक मुकाबला करना चाहिए'
खड़गे ने कहा कि सभी भारतीयों से आह्वान किया उनको संविधान पर हुए इस हमले का सामूहिक रूप से मुकाबला करना चाहिए। उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव 2024 का जिक्र करते हुए भी कहा कि हमें कभी नहीं भूलना चाहिए कि अगले चुनाव में हमारा लोकतंत्र चौराहे पर होगा।
'फैसला भारतीय लोकतंत्र को बचाने में बहुत मददगार साबित होगा'
कांग्रेस पार्टी महासचिव के सी वेणुगोपाल ने भी सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत करते हुए 'एक्स' पर पोस्ट शेयर की है। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ मेयर के हास्यास्पद चुनाव पर शीर्ष अदालत का फैसला भारतीय लोकतंत्र को बचाने में बहुत मददगार साबित होगा। इस ऐतिहासिक फैसले से उजागर हो गया है कि पूरी चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह से एक दिखावा थी।
उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग से वीवीपैट काउंटिंग के मुद्दे पर चर्चा करने को पिछले 4 माह से लगातार समय मांगा जा रहा है, लेकिन समय नहीं दिया गया। उन्होंने उम्मीद जताई कि ईसीआई तेजी से इस दिशा में कदम उठाएगा। इससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया में लोगों का विश्वास और बढ़ेगा।