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नई दिल्‍ली: मध्‍य प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता कमलनाथ ने भाजपा में शामिल होने की अटकलों को खारिज कर दिया है। उन्‍होंने कहा कि मेरी कहीं बात नहीं हुई है। इससे पहले, कांग्रेस के महासचिव जितेंद्र सिंह ने कमलनाथ को लेकर कहा कि वह बीजेपी में शामिल नहीं हो रहे हैं।

वहीं मध्‍य प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष जीतू पटवारी ने कमलनाथ को लेकर जारी चर्चाओं के लिए 'मीडिया के दुरुपयोग' को जिम्‍मेदार ठहराया। पटवारी ने कहा कि मेरी कमलनाथ से बात हुई है और उन्‍होंने कहा है कि मीडिया में जो बातें आ रही है, वह भ्रम है। मैं कांग्रेसी था, हूं और रहूंगा... लोकतंत्र में हार जीत होती रहती है।

दिल्‍ली में मीडिया से बातचीत में कमलनाथ ने भाजपा में शामिल होने की अटकलों को खारिज कर दिया। उन्‍होंने कहा, "मेरी तो कहीं बात नहीं हुई।"

जीतू पटवारी ने इस मामले में कहा, "पिछले चार-पांच दिनों से कमलनाथजी के खिलाफ जो साजिश चल रही है वो सर्वविदित है। हर अखबार, हर मीडिया में उनके भाजपा में जाने को लेकर कुचक्र चलाया गया।

 उन्होंने कहा, मीडिया का दुरुपयोग कैसे किया जाता है और किसी व्‍यक्ति की सालों की निष्‍ठा पर कैसे सवाल उठाए जाते हैं उसका कमलनाथजी के खिलाफ कुचक्र रचा गया।"

जीतू पटवारी ने कहा, "अभी मेरी कमलनाथ जी से बात हुई है, उन्होंने कहा कि जीतू मीडिया में जो ये बातें आ रही हैं ये भ्रम है। मैं कांग्रेसी था, हूं और रहूंगा... लोकतंत्र में हार जीत होती रहती है। हर परिस्थिति में उन्होंने दृढ़ता से कांग्रेस के विचार के साथ अपना जीवन जिया है और आगे भी कांग्रेस के विचार के साथ अंतिम सांस तक जीवन जिएंगे। ये उनकी खुद की भावना है जो उन्होंने मुझसे कहा है।"

कमलनाथ की राहुल गांधी से हुई है बात: वर्मा

वहीं कमलनाथ के सहयोगी और मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कमलनाथ से मुलाकात की। उन्‍होंने कहा कि कमलनाथ कल भी कांग्रेस में थे और आज भी कांग्रेस में हैं, परसों का नहीं पता।

वर्मा ने कहा कि जीतू पटवारी से कोई नाराजगी नहीं है वो अपना बच्चा है। साथ ही उन्‍होंने दावा किया कि कमलनाथ की राहुल गांधी से बात हुई है।

हार के बाद छीना था कांग्रेस प्रदेशाध्‍यक्ष का पद

हाल ही में मध्‍य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को भाजपा से करारी हार झेलनी पड़ी थी, जिसके बाद कमलनाथ को प्रदेश में पार्टी प्रमुख के पद से हटा दिया गया था और उनके स्‍थान पर जीतू पटवारी को कांग्रेस प्रदेशाध्‍यक्ष बनाया गया था। कयास लगाए जा रहे थे कि प्रदेशाध्‍यक्ष के पद से हटाए जाने के साथ ही राज्यसभा सीट नहीं मिलने से भी कमलनाथ नाराज हैं और भाजपा में शामिल हो सकते हैं।

मध्य प्रदेश में भाजपा ने 230 सदस्यीय सदन में 163 सीटों पर जीत दर्ज की थी, वहीं कांग्रेस ने सिर्फ 66 सीटों पर जीत मिली थी।

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