नई दिल्लीः केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच गुरुवार को हुई तीसरे दौर की बातचीत भी बेनतीजा रही। पंजाब और हरियाणा के बॉर्डर्स के रास्ते दिल्ली कूच को लेकर तैयारियों के बीच तीन केंद्रीय मंत्रियों ने किसान नेताओं के साथ चंडीगढ़ में तीसरे दौर की बातचीत की। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी इस बैठक में शामिल हुए। यह बैठक देर रात करीब डेढ़ बजे समाप्त हुई। हालांकि बैठक में किसानों की सभी मांगों पर एक बार फिर से कोई सहमति नहीं बन सकी। अब रविवार को एक बार फिर से चौथे दौर की बातचीत होगी।
इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने आज यानि कि 16 फरवरी को भारत बंद का आह्वान किया है। ट्रक और ट्रेड यूनियन भी किसानों के भारत बंद में शामिल हैं। दिल्ली से लेकर पंजाब, हरियाणा और यूपी तक अलर्ट जारी कर दिया गया है। किसानों के भारत बंद को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए है। किसान संगठनों से शांतिपूर्ण प्रदर्शन का आह्वान किया जा रहा है। आज किसानों के भारत बंद के दौरान शहरों की सभी दुकानें बंद रहेंगी। फलों और सब्जियों की खरीद-बेच पर प्रतिबंध रहेगा।
प्राइवेट और सरकारी गाड़ियां भी सड़कों पर नहीं चल सकेंगी। एंबुलेंस जैसी जरूरी सेवाओं को ही बस इजाजत दी जाएगी। एग्जाम देने जाने वाले बच्चों की गाड़ियों और इमरजेंसी सेवाओं को भारत बंद के दौरान इजाजत रहेगी। भारत बंद को देखते हुए पुलिस की सुरक्षा भी काफी सख्त है।
केंद्र.किसानों की बैठक में क्या हुआ?
गुरुवार को बैठक खत्म होने के बाद केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने मीडिया से कहा कि किसानों संग उनकी बातचीत बहुत ही अच्छे माहौल में हुई, यह सकारात्मक रही। किसान संगठनों ने जिन विषयों पर ध्यान दिलाया है उस पर विस्तार से चर्चा करते हुए अगली मीटिंग रविवार शाम 6 बजे तय की गई है। इस दौरान हम समाधान ढूंढेंगे। बैठक में शामिल पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मीडिया से कहा कि एक हफ्ते में किसानों के साथ केंद्र सरकार की तीसरी मीटिंग के दौरान बहुत लंबी.चौड़ी बातचीत हुई। पंजाब का मुखिया होने के नाते अपने लोगों के लिए वह यहां पर आए। उन्होंने कहा कि हर विषय पर विस्तृत बात हुई है, बहुत सकारात्मक बातचीत हुई है।
पंजाब के सीएम मान ने कहा कि काफी विषयों पर सहमति बनी, बाकी पर भी बन जाएगी। हमने केंद्र सरकार से आश्वासन लिया है। हरियाणा सरकार से बात करो और शांति रखो। किसान संगठन से भी शांति रखने का आश्वासन लिया है, उन्होंने शांति रखी है। रविवार को अगली बैठक होगी। सीएम मान ने कहा कि संगरूर, पटियाला और फतेहगढ़ साहिब में केंद्र सरकार ने इंटरनेट सेवा बंद करवा दी है। बच्चों के पेपर थे, ऑनलाइन पढ़ाई होती है। हमने उनसे पूछा कि आपने हमारे यहां इंटरनेट क्यों बंद किया, हमारे यहां आकर ड्रोन शेलिंग कर देता है, यह सब बर्ताव मत करो।
एमएसपी पर फिर नहीं बनी सहमति
बैठक के बाद किसान नेता सरवन पंढेर ने कहा कि उन्होंने सरकार से कहा है कि वे लोग मुद्दों पर चर्चा ही ना करते रह जाएं, समाधान भी निकालना चाहिए। तो उन्होंने समय की मांग की है। एमएसपी पर काफी लंबी चर्चा चली है। किसान नेता ने कहा कि जिस तरह से सोशल मीडिया पेज बंद किया जा रहा है और इंटरनेट बंद किया जा रहा है। किसान नेता ने कहा कि जब हम लोग मिल रहे होते हैं और शांतिपूर्वक बोल रहे होते हैं तो हमारे ऊपर शेलिंग करते हो। अर्ध सैनिक बलों ने हमारे ऊपर जो भी कार्रवाई की हमने उसके बारे में भी बैठक में बताया।
"बातचीत के बीच नहीं रुकेगा आंदोलन"
किसान नेता पंढेर ने कहा कि हम चाहेंगे कि आने वाले समय में सुखद हल निकले और टकराव से बचा जाए। सरकार से जो चर्चा हुई है, उस पर अपने साथियों से चर्चा करेंगे। उनसे ट्विटर अकाउंट खोले जाने की बात कही गई है। इसके साथ ही किसान नेता ने ये भी साफ कर दिया कि बातचीत के बीच आंदोलन नहीं रुकेगा। किसानों का दिल्ली जाने का कार्यक्रम जारी है। पंढेर ने कहा कि कुछ चैनल हमारी तस्वीर बिगाड़ रहे हैं और प्रोपोगंडा कर रहे हैं, उनको ऐसा नहीं करना चाहिए। अभी हमारी बातचीत चल रही है इसलिए अभी कोई नतीजा नहीं निकाला जा सकता। वहीं जगजीत डल्लेवाल ने कहा कि हमारी तरफ़ से अभी सीजफायर है।
सूत्रों के मुताबिक केंद्र सरकार और किसानों की बैठक में एमएसपी पर अब भी पेंच फंसा है। किसान एमएसपी के मुद्दे पर समझौते को तैयार नहीं हैं। एमएसपी पर किसानों और केंद्र सरकार के बीच सहमति नहीं बन पा रही है।