नई दिल्ली: मॉनसून सत्र में कश्मीर मुद्दे पर चर्चा का जवाब देते हुए गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जब भी देश के सामने चुनौती होगी सभी लोग मतभेदों को भुलाकर चुनौती का सामना करेंगे। कश्मीर के हालात पर सभी को पीड़ा है। कल यह सवाल उठा था कि कश्मीर की समस्या के दौरान पीएम विदेश यात्रा पर थे, लेकिन वह हमेशा ही कश्मीर पर बात करते रहे और निर्देश देते रहे। 12 तारीख को लौटते ही कश्मीर पर पीएम मोदी ने बैठक की। देश में विविधता पर एकता है। संसद में भी ऐसा ही माहौल है। जम्मू-कश्मीर देश का मुकुट है। हमारे पड़ोसी की बुरी नजर कश्मीर पर है। कश्मीर के गौरव को बहाल करने के लिए यह सरकार काम करेगी। कश्मीर के हालात बिगाड़ने में पड़ोसी देश पाकिस्तान की भूमिका है। मजहब के आधार पर देश का विभाजन हुआ। इसके बावजूद पड़ोसी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तान मजहब के नाम पर अलग हुआ और अपने मजहब के लोगों को भी एक नहीं रख पाया। आज दो टुकड़े हो गए हैं। पाकिस्तान दुनिया का ध्यान बांटने के लिए यह सब करता रहता है। राजनाथ ने कहा कि पाकिस्तान को भारत के मुसलमान के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। औरों के घर में आग लगाने वालों को एक दिन अपने घर में समस्या का सामना करना पड़ता है। जिन लोगों ने कश्मीर में जान गंवाई है या घायल हुए हैं उसका सभी को अफसोस है। कश्मीर का नौजवान देशभक्त है। उन्हें बरगलाने की कोशिश हो रही है। जिन्हें बरगलाया गया है उन्हें अलग करने की जरूरत है।
यही नहीं छत्तीसगढ़ में भी नक्सली यही करते हैं। सुरक्षा बलों के जवानों के मारे जाने पर लोग जश्न मनाते हैं। विकृत मानसिकता वाले लोगों को बदलना होगा। कश्मीर के हालात सुधारने का काम अकेले सरकार नहीं कर सकती। सभी लोगों को मिलकर इसके लिए काम करना चाहिए। सभी लोगों ने कश्मीर के हालात सुधारने की कोशिश की है, इसमें जरूर कामयाबी हासिल होगी।