नई दिल्ली: टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने दिल्ली हाईकोर्ट में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे, सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्रई और कई मीडिया संगठनों के खिलाफ मानहानि का मुकदमा किया है। इस मामले पर शुक्रवार (20 अक्टूबर) को दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। जय अनंत देहद्राई ने अदालत में महुआ के वकील पर मामला वापस लेने की बात कहने का आरोप लगाया। उन्होंने कॉल रिकॉर्डिंग होने का भी दावा किया। उन्होंने इस बारे में आज ही ट्वीट कर जानकारी भी दी थी।
महुआ मोइत्रा ने मंगलवार (18 अक्टूबर) को निशिकांत दुबे, जय अनंत देहाद्रई और सारे मीडिया संगठनों के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में मानहानि का मुकदमा दायर किया। निशिकांत दुबे और देहाद्रई ने आरोप लगाया कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने लोकसभा में सवाल पूछने के लिए कैश लिया है। महुआ ने इन्हीं आरोपों को लेकर मानहानि का मुकदमा किया। वहीं, अनंत देहाद्रई के साथ महुआ का एक पालतू कुत्ते को लेकर भी विवाद चल रहा है। तीन साल के इस कुत्ते की कस्टडी पर दोनों के बीच तनाव है।
महुआ के वकील केस से अलग हुए
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहद्राई महुआ मोइत्रा के 'पूर्व पार्टनर' भी रह चुके हैं। शुक्रवार को जब सुनवाई हुई, तो वह अदालत पेश हुए। इस दौरान टीएमसी सांसद की ओर से वरिष्ठ वकील गोपाल शंकरनारायण भी अदालत में पेश हुए। देदद्राई ने शंकरनारायण पर आरोप लगाया कि उन्होंने उनसे संपर्क कर मामला वापस लेने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि उन्हें कहा गया कि महुआ पालतू कुत्ते को लौटा देंगी, अगर वह सीबीआई से शिकायत वापस ले लें।
देहद्राई ने ये भी कहा कि उनके पास शंकरनारायण की कॉल रिकॉर्डिंग भी है। सुनवाई के दौरान जज ने महुआ के वकील शंकरनारायण से पूछा कि अगर वह मध्यस्थता करवा रहे हैं, तो बतौर वकील कैसे पेश हो सकते हैं। इसके बाद शंकरनारायण ने खुद को केस से अलग कर लिया। जज ने महुआ के मानहानि मामले पर सुनवाई 31 अक्टूबर तक टाल दी है।
महुआ पर क्या आरोप हैं?
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने हाल ही में एक चिट्ठी लिखकर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को बताया कि महुआ मोइत्रा ने संसद में सवाल पूछने के लिए कैश लिया है। ये कैश उन्हें दर्शन हीरानंदानी नाम के बिजनेसमैन से मिला है। निशिकांत ने देहाद्रई के जरिए हासिल की गई चिट्ठी के आधार पर ये आरोप लगाया। उन्होंने लोकसभा स्पीकर से इस मामले की जांच करवाने का आग्रह भी किया। मिली जानकारी के मुताबिक महुआ के खिलाफ एथिक्स कमेटी जांच भी करने वाली है।
वहीं, जिस दर्शन हीरानंदानी का नाम महुआ के कैश के बदले सवाल पूछने के मामले में सामने आया है. उसके जरिए साइन किया गया एक हलफनामा भी मीडिया में आया है. इसमें हीरानंदानी ने इस बात को कबूल किया है कि उन्होंने महुआ को सवाल पूछने के बदले पैसे दिए. उन्होंने इसमें बताया कि महुआ की संसदीय लॉगिन आईडी और पासवर्ड के जरिए वह टीएमसी सांसद की ओर से सवाल पूछते थे. हालांकि, महुआ ने इन आरोपों से इंकार किया है।