नई दिल्ली: कांग्रेस ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि एक विदेशी समाचार पत्र द्वारा अडानी समूह से संबंधित मामले में किए गए ताजा खुलासे से संकेत मिलता है कि ‘दो वर्षों में 12,000 करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी हुई होगी।’
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने एक बयान में इसे आधुनिक भारत का ‘‘सबसे बड़ा घोटाला’’ करार दिया और दावा किया कि करोड़ों भारतीय नागरिकों की जेब से वस्तुत: चोरी की गई है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शुक्रवार को अडानी प्रकरण पर एक बयान में कहा, भाजपा ने अदाणी ग्रुप को संपत्ति जुटाने में मदद की है। उन्होंने दावा किया कि यह "रूपक लूट नहीं" बल्कि करोड़ों भारतीयों की जेब से "चोरी" है।
चुनावी बॉन्ड से मिला पैसा, विधायकों को तोड़ने की साजिश
उन्होंने सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर अडानी समूह को संपत्ति हासिल करने में "मदद" करने का भी आरोप लगाया। जयराम रमेश ने कहा कि "भाजपा के पास चुनावी बॉन्ड से जमा फंड भरा हुआ है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के पास इतने पैसे हैं जिससे उसे अपनी इच्छा के मुताबिक विधायक खरीदने और विपक्षी दलों को तोड़ने का अवसर मिलता है।
मुद्दों से भटकाना नामुमकिन नहीं
रमेश ने कहा, यह आधुनिक भारत का सबसे बड़ा घोटाला है। इसमें लालच और हृदयहीनता के साथ-साथ भारत के लोगों के प्रति उदासीनता साफ देखी जा सकती है। उन्होंने कहा, यह इस भरोसे पर आधारित है कि ऐसा कोई घोटाला नहीं है जिसे 'प्रबंधित' नहीं किया जा सकता है। ऐसा कोई मुद्दा नहीं है जिसे मैनेज नहीं किया जा सकता या जिससे ध्यान न भटकाया जा सके।
कोयला व्यापार में 52 फीसद लाभ का मार्जिन?
कांग्रेस नेता रमेश ने प्रधानमंत्री मोदी का नाम लिए बिना उन पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "लेकिन शहंशाह गलत हैं। भारत पर मोदानी का कब्जा नहीं होगा। भारत की जनता 2024 में जवाब देगी।" रमेश ने एक अखबार की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा, नवीनतम खुलासे के अनुसार, 2019 और 2021 के बीच 3.1 मिलियन टन की मात्रा वाले 30 अडानी कोयला शिपमेंट का अध्ययन किया गया। इसमें कोयला व्यापार जैसे कम मार्जिन वाले व्यवसाय में भी 52 प्रतिशत लाभ का मार्जिन पाया गया।