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नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सांसद दानिश अली ने अपने खिलाफ बीजेपी एमपी रमेश बिधूड़ी की संसद में अर्मयादित टिप्पणी को लेकर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को शुक्रवार (22 सितंबर) को लेटर लिखा। उन्होंने इसमें लिखा है कि इस मामले को विशेषाधिकार समिति को भेजा जाए।

इसके साथ ही बीएसपी नेता दानिश अली ने बयान पर कड़ी आपत्ति भी जताई। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर कहा, ''क्या आरएसएस की शाखाओं और नरेंद्र मोदी जी की प्रयोगशाला में यही सिखाया जाता है? आपका कैडर जब एक चुने हुए सांसद को भरी संसद में…जैसे शब्दों से अपमानित करने में कोई कसर नहीं छोड़ता तो वो आम मुसलमानों के साथ क्या करता होगा? यह सोच कर भी रूह कांप जाती है।''

दानिश अली ने लेटर में कहा कि मैं आपको (लोकसभा स्पीकर) ये सब गहरी पीड़ा के साथ लिख रहा हूं। मेरे खिलाफ चंद्रयान-3 की सफलता पर चर्चा के दौरान टिप्पणी की गई। नई संसद में हुई ये घटना दिल तोड़ने वाली है। वह अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले एक चुने हुए प्रतिनिधि हैं।

दानिश अली ने क्या कहा?

दानिश अली ने कहा कि वो बिधूड़ी के खिलाफ नियम 222, 226 और 227 के तहत नोटिस देना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ''मैं आपसे आग्रह करता हूं कि नियम 227 के तहत इस मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजा जाए। मेरा आग्रह है कि इस मामले में जांच का आदेश दिया जाए।'' उन्होंने कहा कि इस मामले में कार्रवाई जरूरी है ताकि देश का माहौल और दूषित न हो।

मायावती क्या बोलीं?

बीएसपी चीफ और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि कार्ऱवाई नहीं होना सही नहीं है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ''दिल्ली से भाजपा सांसद द्वारा बीएसपी सांसद श्री दानिश अली के खिलाफ सदन में आपत्तिजनक टिप्पणी को हालांकि स्पीकर ने रिकॉर्ड से हटाकर उन्हें चेतावनी भी दी है। वरिष्ठ मंत्री ने सदन में माफी मांगी किन्तु पार्टी द्वारा उनके विरुद्ध अभी तक समुचित कार्रवाई नहीं करना दुखद/दुर्भाग्यपूर्ण।''

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