नई दिल्ली: असम में भाजपा कांग्रेस को पराजित कर पूर्वोत्तर के किसी राज्य में पहली बार सत्ता पर काबिज होने को उन्मुख दिख रही है तो पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ तृणमूल कांग्रेस और तमिलनाडु में सत्तासीन अन्नाद्रमुक सरकार बनाने में कामयाब दिख रही है। केरल में सत्तारूढ कांग्रेस नीत यूडीएफ गठबंधन, वाममोर्चा नीत एलडीएफ गठबंधन के हाथों पराजित होता दिख रहा है। केंद्र शासित प्रदेश पुदुचेरी में 30 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस.द्रमुक गठबंधन और मुख्यमंत्री एन रंगासामी के एआईएनआरसी के बीच कांटे का मुकाबला चल रहा है हालांकि द्रमुक गठबंधन अभी अगे चल रहा है। असम में भाजपा इतिहास रचने की ओर अग्रसर है जहां पूर्वोत्तर के किसी राज्य में पहली बार भाजपा की सरकार बनने को उन्मुख है । भाजपा तीन बार से असम की सत्ता पर काबिज कांग्रेस को पराजित करते हुए पूर्वोत्तर का प्रवेश द्वार माने जाने वाले इस राज्य में सत्ता हासिल करने की ओर अग्रसर है। 126 सदस्यीय विधानसभा में मतगणना में भाजपा नीत गठबंधन 73 सीटों पर आगे चल रहा है जबकि कांग्रेस 33 सीटों पर बढ़त बनाये हुए हैं । बदरूद्दीन अजमल की एआईयूडीएफ 13 सीटों पर बढ़त बनाये हुए है जबकि अन्य आठ सीटों पर आगे चल रहे हैं। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस मतगणना के ताजा दौर में वाममोर्चा.कांग्रेस गठबंधन से काफी आगे चल रही है ।
294 सदस्यीय विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस 216 सीटों पर आगे चल रही है जबकि वाममोर्चा 30 सीट और कांग्रेस 37 सीटों पर आगे चल रही है। भाजपा 9 सीटों पर बढ़त बनाये हुए है। तमिलनाडु में प्राप्त रूझानों के मुताबिक, जे जयललिता की अन्नाद्रमुक चुनाव में जीत की ओर अग्रसर है और जयललिता का एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनना तय दिख रहा है। यह चुनाव परिणाम इस मायने में महत्वपूर्ण रहा है कि इसने 1989 से चले आ रहे उस चलन को बदलने का काम किया जिसमें सत्तारूढ़ पार्टी को अगली बार हार का सामना करना होता था। एक्जिट पोल में द्रमुक.कांग्रेस गठबंधन के सत्ता में आने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया था।