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बेंगलुरु: भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अरूप राहा ने स्वदेश निर्मित हल्के लड़ाकू विमान तेजस को पहली बार उड़ाया और इसे वायुसेना में शामिल करने के लिए ‘अच्छा’ बताया। खुद ही पायलट रहे राहा वायुसेना के पहले प्रमुख हैं जिन्होंने स्वदेश में डिजाइन और निर्मित तेजस से यहां एचएएल हवाई अड्डे से बेंगलुरु के आकाश में करीब आधे घंटे तक उड़ान भरी। दो सीटों वाले ट्रेनर विमान में ग्रुप कैप्टन एम. रंगाचारी भी थे। विमान को बनाने वाली कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के हवाले से राहा ने कहा, ‘तेजस में मेरी यह पहली उड़ान है। भारतीय वायुसेना के अभियानों में शामिल करने के लिए यह अच्छा विमान है।’ एचएएल की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि विमान को उड़ाने में एयर चीफ मार्शल ने इसे पूरी तरह परखा। उन्होंने हवा से हवा तथा हवा से जमीन पर हमले को भी परखा। उन्होंने रडार के उन्नत मोड और हेलमेट माउंटेड डिस्प्ले साइट (एमचमडीएस) का आकलन भी किया। एचएएल ने कहा कि राहा ने विमान की उड़ान गुणवत्ता की प्रशंसा की और एलसीए कार्यक्रम को इस चरण तक पहुंचाने के लिए एचएएल की पूरी टीम और इसमें शामिल अन्य लोगों की प्रशंसा की। एचएएल के सीएमडी टी. सुवर्ण राजू ने कहा, ‘वायुसेना प्रमुख की तरफ से यह हौसला बढ़ाने का कदम था जो हमारी क्षमताओं में हमारे मूल्यवान ग्राहकों के विश्वास को दर्शाता है।’

रक्षा विभाग की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि उड़ान के दौरान वायुसेना प्रमुख ने खुद ही उड़ान भरने, ऊपर जाने की क्षमता और विभिन्न करतब के माध्यम से विमान की परख की।

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