ताज़ा खबरें
संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

नई दिल्ली: राज्यसभा से सेवानिवृत्त होने जा रहे सांसदों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि रिटायर हो रहे साथी याद किए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अगर जीएसटी बिल आप लोगों के यहां रहते पारित हो जाता तो बेहतर फेयरवेल होता। सभापति की उपस्थिति में संसद के उच्च सदन से जा रहे सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आप लोग हमारे लिए यहां से जाने के बाद भी वैसे ही रहेंगे, जैसे यहां रहे हैं। राज्यसभा के 53 सदस्य शुक्रवार को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इन सांसदों की विदाई के मौके पर मोदी ने कहा कि सरकार पर आपका हक हमेशा रहेगा। आपके सुझावों से कई नए कानून बने। सांसदों का अनुभव काम आएगा। इस सदन ने हमारी सोच को विस्‍तार दिया है और दोनों सरकारों को फायदा हुआ है। संसद के मौजूदा सत्र में जीएसटी और राष्ट्रीय मुआवजा वनीकरण कोष संबंधित विधेयकों के पारित नहीं होने पर चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यदि जीएसटी विधेयक पारित हो जाता तो उत्तर प्रदेश एवं बिहार जैसे राज्यों को सबसे ज्यादा फायदा होता। मोदी ने कहा कि सेवानिवृत्त हो रहे साथी (राज्‍यसभा सांसद) याद किए जाएंगे। यदि जीएसटी बिल आप लोगों के यहां रहते पारित हो जाता तो बेहतर फेयरवेल होता। जीएसटी से फायदा होने वाला था। उनके प्रतिनिधित्व वाले राज्यों की जनता को उन पर गर्व होता। रिटायर हो रहे सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए मोदी ने कहा कि आप लोग हमारे लिए यहां से जाने के बाद भी वैसे ही रहेंगे, जैसे यहां रहे हैं।

उन्होंने कहा कि विदा होने वाले सदस्यों ने कई ऐसे महत्वपूर्ण विधेयकों के पारित होने में योगदान दिया जो राष्ट्र के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि किन्तु दो ऐसे महत्वपूर्ण विधेयक हैं जिनमें यदि विदा ले रहे सदस्यों का योगदान रहता तो बहुत अच्छा रहता। उन्होंने कहा कि इसमें पहला जीएसटी विधेयक है। उन्होंने कहा कि जीएसटी पारित होने से उत्तर प्रदेश एवं बिहार जैसे राज्यों को भरपूर फायदा होता। प्रधानमंत्री ने कहा कि जीएसटी से एक.दो राज्यों को छोड़ दे तो सभी को फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि सदन का दायित्व बनता है कि देश और समाज की भलाई के काम में उसका योगदान रहे। राष्ट्रीय मुआवजा वनीकरण कोष संबंधित विधेयक का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यह विधेयक पारित नहीं होने से अब हमें वष्रा के मौसम में वनीकरण के लिए इसका लाभ नहीं मिल पाएगा। यदि अगले सत्र में जब तक यह पारित होगा तब तक मानसून निकल जाएगा। गौरतलब है कि राज्यसभा के 53 सदस्य जुलाई में अगले सत्र से पहले रिटायर हो रहे हैं और इनमें कुछ बड़े नाम शामिल हैं। इनमें वेंकैया नायडू, पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण, वाईएस चौधरी और मुख़्तार अब्बास नक़वी कुल पांच मंत्री भी शामिल हैं, जो रिटायर होने वाले हैं। जयराम रमेश और हनुमंत राव समेत कांग्रेस के कुल 16 सांसद रिटायर हो रहे हैं। चुनाव आयोग द्वारा तय की गई 15 राज्यों के कुल 57 सांसदों के चुनाव की प्रक्रिया के तहत 24 मई से पर्चे भरने का काम शुरू होगा और 11 जून को वोटिंग होगी और उसी दिन नतीजे भी घोषित कर दिए जाएंगे। सबसे ज़्यादा 11 सीटें यूपी में खाली हो रही हैं, वहीं बिहार से पांच सांसद रिटायर हो रहे हैं। इसके अलावा तमिलनाडु और महाराष्ट्र में 6-6 सीटें खाली हो रही हैं, जबकि आंध्रप्रदेश से चार सीटों पर चुनाव होगा। इधर कर्नाटक और राजस्थान में भी 4-4 सीटों पर चुनाव होगा। झारखंड, छत्तीसगढ़, पंजाब, हरियाणा और तेलंगाना से दो-दो सीटें खाली हो रही हैं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख