नई दिल्ली: सरकार ने महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी 25 और फाइलें आज सार्वजनिक की और घोषणा की कि नेताजी को समर्पित एक स्मारक का निर्माण राष्ट्रीय राजधानी में किया जाएगा। दस्तावेजों में पांच-पांच फाइलें क्रमश: प्रधानमंत्री कार्यालय और गृह मंत्रालय से और 15 विदेश मंत्रालय की 1956 से 2009 की अवधि की हैं। केंद्रीय सांस्कृतिक मंत्री महेश शर्मा ने फाइलें सार्वजनिक करने के बाद कहा, ‘इस देश के लोग विशेष तौर पर युवा नेताजी के जीवन, स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान के बारे में जानना चाहते हैं। इसलिए यह एक बड़ी उपलब्धि है।’ उन्होंने कहा कि विभिन्न संगठनों और सांसदों की मांग के मद्देनजर सरकार ने उनके नाम पर दिल्ली में एक विशाल स्मारक निर्मित करने का निर्णय किया है जो उनके जीवन एवं स्वतंत्रता संघर्ष दर्शाएगा। उन्होंने कहा, ‘कई संगठनों एवं सांसदों की ओर से यह मांग रही है कि नेताजी को समर्पित एक बड़े स्मारक का निर्माण दिल्ली में होना चाहिए। इसलिए हमने उसके निर्माण का काम शुरू कर दिया। वह उनका जीवन, स्वतंत्रता संघर्ष और उनकी मौत से जुड़े तथ्य दर्शाएगा।’ शर्मा ने कहा कि जापान नेताजी के जीवन से संबंधित दो फाइलें सार्वजनिक करने को तैयार हो गया है।
यद्यपि तीन अन्य फाइलों के बारे में कोई आश्वासन नहीं है जो उसके पास हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हमें जापान से यह पेशकश मिली है कि वे नेताजी के जीवन से जुड़ी पांच फाइलों में से दो देने के लिए तैयार हैं। मंत्रालय उनसे इस बारे में आगे बातचीत करेगा। इससे सूचना में बढ़ोतरी होगी और अनुसंधानकर्ताओं को कुछ और सूचना मिलेगी चाहे वह जापान से हो या रूस से।’ नेताजी से जुड़ी 100 फाइलें प्रारंभिक संरक्षण उपचार और डिजिटलीकरण के बाद 23 जनवरी को सार्वजनिक की गई थीं। 50 फाइलों की दूसरी किस्त 29 मार्च को जारी की गई थी।