नई दिल्ली: अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर खरीद घोटाले में इटली की कोर्ट द्वारा खुलासा करने के बाद आज संसद शुरू होते ही इस मामले पर बहस शुरू हो गई। राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने मामला उठाते हुए आरोप लगाया कि इटली के पीएम और अपने पीएम के बीच क्या कोई मुलाकात हुई। इस आरोप का जवाब देते हुए नेता सदन अरुण जेटली ने कहा ये आरोप निराधार है। इस बीच जैसे ही भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने सोनिया गांधी का नाम लिया सदन में हंगामा शुरू हो गया। इस कारण सदन को स्थगित करना पड़ गया। अगस्ता वेस्टलैंड मामले पर राज्यसभा में मामला उठाते हुए नेता विपक्ष गुलाम नबी ने कहा, यूपीए सरकार ने कंपनी को ब्लैकलिस्ट किया था। पूरी डील ही रद्द कर दी गई। जो पैसा बतौर एडवांड दिया गया उसे भी वापस लाया गया। जो तीन हैलिकॉप्टर आ चुके थे, उनको भी वापस किया गया। हमने इस कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया था तो मोदी सरकार ने इससे हटाने की कोशिश क्यों की। क्या मोदी जी और इटली के पीएम के बीच कोई मुलाकात हुई थी। लोकसभा में यह मामला मल्लिकार्जुन खडगे ने उठाया। इससे पहले अगस्ता वेस्टलैंड मामले पर भाजपा को जवाब देने के लिए बुधवार सुबह कांग्रेस की उच्च स्तरीय बैठक हुई।
10 जनपथ पर सोनिया गांधी की अगुवाई में हुई इस बैठक में मलिल्कार्जुन खड़गे, ज्योतिरादित्या सिंधिया और आनंद शर्मा समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता थे। बैठक में चर्चा हुई कि कैसे विरोधी पार्टियों से सदन में निपटा जाए। पूर्व रक्षा मंत्री ए. के एंटनी ने फिर कहा कि मामले में हमारी सरकार रहते हमने कदम उठाए थे। बैठक के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम इस मामले पर संसद में चर्चा के लिए तैयार हैं। इटली की कोर्ट द्वारा अगस्ता वेस्टलैंड मामले में आए बयान से स्पष्ट हो गया है कि भारतीय अधिकारियों ने करीब 3600 करोड़ रुपये की रिश्वत ली थी। अब सीबीआई ने इस सौदेबाजी के बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल की गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल की मदद लेने का फैसला किया है। मिशेल अभी ब्रिटेन में है, उसके खिलाफ 4 जनवरी को रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो चुका है।