नई दिल्ली: ऑगस्टा वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर डील में इटली की एक अदालत के फैसले से बड़ा खुलासा हुआ है। कोर्ट ने माना है कि इस डील में करप्शन हुआ और रिश्वत दी गई। इसमें इंडियन एयरफोर्स के पूर्व चीफ एसपी त्यागी भी शामिल थे। गौर हो कि ऑगस्टा कंपनी ने भारत में 3600 करोड़ में 12 वीवीआईपी हेलिकॉप्टरों का सौदा किया था। वहीं, इस खुलासे के बाद केंद्र सरकार ने अब रोम में भारतीय दूतावास से कोर्ट के फैसले की जानकारी मांगी है। इस डील मामले में रक्षा मंत्रालय ने वहां भारतीय दूतावास से फैसले की जानकारी तलब की है। जानकारी के अनुसार, इटली की अदालत ने 225 पेज में इस मामले में अपना जजमेंट दिया है। कोर्ट ने अपनी टिप्पणी में कहा कि इस डील के लिए कई भारतीयों (कई कांग्रेस नेताओं के नाम) को रिश्वत दी गई। करीब 120-125 करोड़ रुपये रिश्वत दी गई। गौर हो कि इस डील में फिनमैकेनिका के प्रमुख को रिश्वत देने का दोषी करार दिया गया है। कोर्ट ने अगस्टा वेस्टलैंड कंपनी के प्रमुख ऊर्सी और हेलिकॉप्टर बनाने वाली कंपनी फिनमेक्कनिका को घूस देने का दोषी माना है। 3600 करोड़ के इस डील में ऑगस्टा ने 125 करोड़ रुपये रिश्वत दी थी।
कोर्ट ने 225 पेज के अपने फैसले में 17 पन्नों में पूर्व एयरफोर्स चीफ एसपी त्यागी का रोल बताया है। कोर्ट ऑफ मिलान के इस फैसले में कई बड़े नेताओं के नाम सामने आए हैं। फैसले में सिग्नोरा गांधी के नाम का जिक्र किया गया है। आरोप है कि सिग्नोरा गांधी का मतलब सोनिया गांधी है। वैसे इटेलियन में सोनिया का मतलब होता है लेडी। वहीं, मनमोहन सिंह का भी नाम लिया गया है। इस जजमेंट की कॉपी स्क्रिप्ट डॉटकॉम से ली गई है। इसके अलावा, मनमोहन सिंह, अहमद पटेल, ऑस्कर फर्नांडीस के नाम का भी जिक्र है। जजमेंट में भारतीय वायुसेना अधिकारी का भी नाम है। कोर्ट ने अपनी टिप्पणी में कहा कि कांग्रेस नेताओं को रिश्वत दी गई है। पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एमके नारायणन का भी इसमें जिक्र है। इस वीवीआईपी चॉपर डील मामले में इटली की कोर्ट ने कहा कि भारत के कुछ लोगों को इसके लिए रिश्वत दी गई थी। अदालत ने कंपनी के प्रमुख ऊर्सी व हेलीकॉप्टर बनाने वाली कंपनी फिनमेक्कनिका को घूस देने का दोषी माना है। कोर्ट ने पूर्व वायु सेना प्रमुख एसपी त्यागी को भी दोषी माना है। इस फाइल में 17 पन्ने त्यागी पर ही है। त्यादी का कहना है कि फैसले की पूरी कॉपी पढ़ने के बाद ही वो कोई प्रतिक्रिया देंगे। वो हमेशा से खुद को इस मामले में निर्दोष बताते आए हैं। गौर हो कि 2005-07 के दौरान त्यागी वायु सेना के प्रमुख थे और तभी इटली के साथ चॉपर डील हुई थी। यह डील करीब 3600 करोड़ रुपये की थी। कोर्ट ने अपने आदेशों की 225 पन्नों की रिपोर्ट में यह भी कहा कि भारत के रक्षा मंत्रालय ने तथ्यों को सामने लाने में लापरवाही बरती। दूसरी ओर, भाजपा ने कहा कि ऑगस्टा डील में कांग्रेस का करप्शन सामने लाएंगे। वहीं, फर्नांडीस ने कहा कि उन्हें कोर्ट के फैसले के बारे में जानकारी नहीं है। उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि सोनिया, मनमोहन को पैसे की जरूरत नहीं है। इन पर सवाल उठाना गलत है। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी के परिवार ने इस देश के लिए जान दी है। मनमोहन सिंह ईमानदार व्यक्ति हैं। अहमद पटेल ने पार्टी और इस देश के लिए काफी कुछ किया है। फर्नांडीस ने यह भी कहा कि अगर मैंने पैसा लिया है तो जेल में डाल दें। इटली का कोर्ट भारत के बारे में फैसले नहीं लेगा।