नोएडा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 'स्टैंडअप इंडिया' योजना की शुरुआत करते हुए कहा कि ईश्वर ने जो शक्ति, सामर्थ्य और हुनर उन्हें दिया है, वही शक्ति, सामर्थ्य और हुनर दलित भाइयों को भी दिया है, लेकिन उन्हें अवसर नहीं मिला है। समाज के हाशिए पर खड़े व्यक्ति को अवसर मिलना चाहिए, उसे किसी की कृपा पर नहीं रहना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के विकास में दलित योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार आखिर कितनों को रोजगार देगी। लोग आखिर कब तक नौकरी की आस में रहेंगे। इस योजना के तहत बैंक के प्रत्येक ब्रांच अपने क्षेत्र में दलित, महिला और आदिवासी को लोन देंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह योजना दलितों की जिंदगी में काफी बदलाव लाएगी। मोदी ने कहा कि बाबू जगजीवन राम मेरिट के पक्ष में थे। सरकार इस योजना के तहत 2.5 लाख दलित उद्यमी तैयार करेगी। इस योजना के तहत 5100 ई-रिक्शा का आवंटन किया गया। ई-रिक्शे पर सवारी से पहले पीएम मोदी ने रिक्शा पाने वालों से मिले और उनके साथ चाय पर चर्चा की। प्रधानमंत्री के साथ उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रामनाईक और केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने ई-रिक्शे की सवारी की।
प्रधानमंत्री के मंच पर भाजपा के 17 दलित सांसद मौजूद थे। 'स्टैंडअप इंडिया' योजना का मकसद अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा महिलाओं को 10 लाख रुपये से एक करोड़ रुपये के बीच कर्ज देकर इन वर्ग के लोगों को उद्यमशीलता के लिए बढ़ावा देना है। इस मौके पर उन्होंने इस योजना के तहत कुछ लोगों को चेक भी दिए। इससे पहले मोदी ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर ई-रिक्शा के बारे में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने ई-रिक्शा पाने वालों से चाय पर चर्चा भी की। नोएडा के सेक्टर-62 में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा, केंद्रीय मंत्री रामशंकर कठेरिया सहित कई लोग मौजूद थे।