रियाद: भारत और सऊदी अरब आतंकवाद के विरूद्ध द्विपक्षीय और संयुक्त राष्ट्र की बहुपक्षीय व्यवस्था में सहयोग को और अधिक मजबूत बनाने पर आज सहमत हुए। दोनों ने अन्य देशों से दूसरे देशों के खिलाफ आतंकवाद के इस्तेमाल को नामंजूर करने की अपील की और दुनिया के देशों से आतंकवाद के ढांचे को खत्म करने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सऊदी अरब की दो दिवसीय यात्रा के सम्पन्न होने से ठीक पूर्व जारी संयुक्त बयान में यह जानकारी दी गई। इसके अनुसार, दोनों देशों के बीच खुफिया सूचनाओं के आदान प्रदान सहित पांच समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। दोनों देशों ने सभी देशों से अपील की कि वे आतंकवाद का किसी भी तरह का समर्थन और वित्त पोषण करना बंद करें और अपनी भूमि से अन्य देशों के खिलाफ आतंकी कार्रवाई न होने दें और ऐसा करने वालों को न्याय के कटघरे में खड़ा करें। दोनों देशों के बीच हुए समझौतों में धन शोधन, आतंकियों के वित्त पोषण एवं उससे जुड़े अपराध के बारे में खुफिया सूचनाओं के आदान प्रदान के बारे में भी एक समझौता हुआ। इसके अलावा सउदी अरब में भारतीय कामगारों की भर्ती से संबंधित एक समझौते पर भी हस्ताक्षर किया । वहां 30 लाख भारतीय कामगार रहते हैं। सउदी के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज ने प्रधानमंत्री मोदी को आतंकवाद विशेष तौर पर आईएसआईएस के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले 34 इस्लामिक देशों के मजबूत सैन्य गठबंधन के बारे में बताया।
बयान के अनुसार, ‘प्रधानमंत्री ने आतंकवाद के सभी स्वरूपों के खिलाफ लड़ाई में सउदी अरब के प्रयासों की सराहना की।’ इसके अनुसार, दोनों नेताओं ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि आतंकवाद की ओर से पेश चुनौतियों का प्रभावकारी ढंग से मुकाबला करने के लिए बहु पक्षीय व्यवस्था को और मजबूत करें। बातचीत के दौरान भारतीय पक्ष ने सउदी अरब को यह संकेत दिया कि पाकिस्तान स्थित आतंकी आधारभूत ढांचा से भारत को हमलों का सामना करना पड़ रहा है। दोनों पक्ष आतंकवाद निरोध सहयोग को बढ़ाने पर सहमत हुए। सउदी अरब पाकिस्तान का नजदीकी सहयोगी है और उसके द्वारा आतंकवाद की कड़ी निंदा को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दोनों पक्षों ने कारोबार एवं निवेश बढ़ाने विशेष तौर पर ऊर्जा और आधारभूत ढांचा क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाने पर चर्चा की। दोनों पक्ष इस बात पर भी सहमत हुए कि वे संयुक्त राष्ट्र में भारत द्वारा प्रस्तावित व्यापक अंतराष्ट्रीय आतंकवाद निरोधी संधि को अपनाने के बारे में मिलकर काम करेंगे। सउदी अरब द्वारा आतंकवाद खिलाफ बनाये गए 34 देशों के गठबंधन में तुर्की, मिस्र, पाकिस्तान, जार्डन, मलेशिया, नाइजीरिया और ट्यूनिशिया आदि शामिल हैं।