वाशिंगटन: बेल्जियम की यात्रा संपन्न करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को चौथे परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन (एनएसएस) में शामिल होने के लिए वाशिंगटन पहुंच गए। इस सम्मेलन में वह एक अप्रैल को परमाणु सुरक्षा के संदर्भ में कुछ अहम घोषणाएं करेंगे और प्रस्ताव रखेंगे। भारत इस सम्मेलन में परमाणु सुरक्षा पर राष्ट्रीय प्रगति रिपोर्ट सौंपेगा। एनएसएस ओबामा द्वारा शुरू किया गया एक द्विवार्षिक कार्यक्रम है। इस शिखर सम्मेलन में इस साल 53 देशों के नेता और राजदूत सहित चार अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं, जिनका उद्देश्य परमाणु सुरक्षा में सुधार लाना व वैश्विक परमाणु सुरक्षा ढांचे को मजबूत करना है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी वाशिंगटन पहुंच गए हैं। वह शुक्रवार को पूर्ण सत्र को संबोधित करेंगे। इस दौरान वह इस क्षेत्र में चीन के नए कदमों और उपलब्धियों को रखेंगे और वैश्विक परमाणु सुरक्षा बढ़ाने के लिए व्यवाहारिक प्रस्तावों को रखेंगे।प्रधानमंत्री अमेरिका के दौरे के बाद दो अप्रैल को दो दिवसीय यात्रा पर सऊदी अरब की राजधानी रियाद जाएंगे।
वह सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सउद के आमंत्रण पर पहुंच रहे हैं। सऊदी अरब और भारत के बीच साल 2014-15 में द्विपक्षीय व्यापार 39 अरब डॉलर था। वह भारत में कच्चे तेल का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है। सऊदी अरब में 29.6 लाख से अधिक भारतीय नागरिक रह रहे हैं। वहां सबसे अधिक प्रवासी भारत के ही हैं। साल 2010 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के दौरे के बाद यह सऊदी अरब के लिये सबसे उच्च स्तरीय दौरा हो रहा है। मोदी शाह सलमान के साथ आतंकवाद विरोधी व्यवस्था को विस्तत बनाने और ऊर्जा, व्यापार के क्षेत्र में निवेश बढ़ाने सहित कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे। आतंकवाद विरोधी लड़ाई में बढ़ते सहयोग का संकेत देते हुए सऊदी अरब ने कुछ साल पहले मुंबई हमले के आरोपी अबू जंदल को प्रत्यर्पित किया था। दोनों नेताओं के बीच बातचीत में भारतीय समुदाय के कल्याण और हज श्रद्धालुओं का मुददा प्रमुख रह सकता है। शाह सलमान मोदी के लिए दोपहर के भोज का आयोजन करेंगे जिसमें प्रमुख मंत्री और अधिकारी शामिल होंगे। रियाद में प्रधानमंत्री सऊदी अरब की कंपनियों के सीईओ से मुलाकात करेंगे, वह मशहूर मासमाक किला जाएंगे, भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करेंगे तथा उस टाटा कंसलटेंसी सेंटर का दौरा भी करेंगे, जिसने 1,000 से अधिक सऊदी महिलाओं को प्रशिक्षित किया है।