इस्लामाबाद: भारत ने पठानकोट वायु सेना अड्डे पर आतंकी हमले की जांच के लिए पाकिस्तान में गठित संयुक्त जांच दल (जेआईटी) के पांच सदस्यों का आज (शुक्रवार) वीजा जारी किया। इस हमले के लिए पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को जिम्मेदार ठहराया गया है। भारतीय उच्चायोग के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘‘हमने पांच पाकिस्तानी अधिकारियों को वीजा जारी कर दिया है जो पठानकोट हमले के बारे में सबूत हासिल करने के लिए भारत का दौरा करेंगे।’’ जेआईटी के सदस्य 27 मार्च को भारत के लिए रवाना होने वाले हैं। इस पांच सदस्यीय टीम में सैन्य और असैन्य प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं तथा इसकी अध्यक्षता पंजाब आतंकवाद विरोधी विभाग के अतिरिक्त महानिरीक्षक मुहम्मद ताहिर राय कर रहे हैं। जेआईटी में लाहौर के उप खुफिया ब्यूरो महानिदेशक मोहम्मद अजीम अरशद, आईएसआईएस के लेफ्टिनेंट कर्नल तनवीर अहमद, सैन्य खुफिया लेफ्टिनेंट कर्नल इरफान मिर्जा और गुजरांवाला के सीआईडी जांच अधिकारी शाहिद तनवीर शामिल हैं। यह पहली बार होगा कि पाकिस्तानी खुफिया और पुलिस अधिकारी आतंकी हमले की जांच के लिए भारत का दौरा कर रहे हैं। माना जा रहा है कि यह टीम उन हथियारों की छानबीन करेगी जिनका इस्तेमाल आतंकवादियों ने हमले के समय किया था।
पीड़ितों के बयान भी रिकॉर्ड कर सकती है। भारत की ओर से सुराग दिए जाने के बाद पाकिस्तान ने छह सदस्यीय विशेष जांच दल का गठन किया था। बीते दो जनवरी को पठानकोट स्थित वायुसेना अड्डे पर हुए हमले में सात सुरक्षाकर्मी मार गए थे। इस दौरान छह आतंकवादी भी ढेर कर दिए गए थे।