नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन को लेकर जारी गतिरोध समाप्त करने के लिए पीडीपी की अध्यक्षा महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात की। जानकारी के अनुसार, इस मुलाकात के दौरान जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन पर चर्चा हुई। इस मुलाकात के बाद महबूबा मुफ्ती ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक को ‘अच्छी और बहुत सकारात्मक’ बताया। पीएम से मुलाकात के बाद महबूबा ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि पीएम मोदी के साथ मेरे मुलाकात काफी सकारात्मक रही। पीएम के साथ कई मुद्दों पर बातचीत हुई। ये बातचीत काफी सकारात्मक हुई। महबूबा ने यह भी कहा कि श्रीनगर पहुंचकर अगले कदम का खुलासा होगा। उन्होंने कहा कि मैं राज्य में वापस जाकर अपनी पार्टी के विधायकों के साथ मिलूंगी, इसके बाद इस बातचीत को लेकर विस्तार से जानकारी दूंगी। गौरतलब है कि महबूबा 24 मार्च यानी गुरुवार को अपने विधायकों के साथ बैठक करेंगी। अब यह संभावना जताई जा रही है कि होली के दिन राज्य में सरकार गठन पर बड़ा ऐलान हो सकता है। गौरतलब है कि महबूबा मुफ्ती कल फिर दिल्ली आईं हैं।
पिछले हफ्ते भाजपा के साथ गठबंधन को बहाल करने के प्रयासों में आई बाधा के बाद मंगलवार को उनका प्रधानमंत्री से मुलाकात का ये कार्यक्रम था। गुरुवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ हुई बातचीत के बाद पांच दिन के भीतर यह महबूबा की दूसरी दिल्ली यात्रा है। पिछली बैठक में दोनों पार्टियों के बीच सरकार बनाने को लेकर हुई बातचीत सफल नहीं रही थी। वित्त मंत्री अरुण जेटली के ‘जम्मू-कश्मीर में जहां तक सरकार के एजेंडे की बात है हम उसके साथ प्रतिबद्धता से खड़े हैं।’ इस बयान के एक दिन बाद महबूबा का यह दिल्ली दौरा हुआ है। दिल्ली आने के बाद अपने कुछ निजी काम निपटाने के बाद से महबूबा दिल्ली के चाणक्यपुरी में स्थित जम्मू-कश्मीर भवन के अपने कमरे में ही रुकी हुई हैं। उनकी आज प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात हुई। महबूबा ने सोमवार शाम को अपनी पार्टी के वरिष्ठ सहयोगियों के साथ एक बैठक की थी जिसमें पूर्व वित्त मंत्री हसीब द्राबु भी मौजूद थे। उधर, जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने को लेकर जारी गतिरोध के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को मुंबई में कहा कि पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती से मन बनाकर कोई फैसले पर पहुंचने को कहा। जेटली ने कहा कि तथ्य यह है कि पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती को हकीकत में अपना मन बनाना पड़ेगा। वह यहां एक कार्यक्रम के दौरान बोल रहे थे। एक रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि बीजेपी ने फैसला कर लिया है कि वह अब अपनी शर्तों पर ही सरकार बनाने के लिए राजी होगी। अब तक बीजेपी महबूबा मुफ्ती को सरकार बनाने के लिए मनाने की कोशिश करती नजर आ रही थी, लेकिन अब उसने स्टैंड बदल लिया है। महबूबा बीजेपी से बातचीत शुरू करने की कोशिश कर रही हैं। लेकिन बीजेपी ने अपना रुख सख्त कर लिया है। दूसरी ओर, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राज्य में सरकार गठन में हो रही देरी के चलते राज्यपाल एनएन वोहरा से मुलाकात की। राज्यपाल से मुलाकात कर निकले उमर अब्दुल्ला ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि महबूबा मुफ्ती अपनी पार्टी को बचाने के लिए आखिरी कोशिश के तौर पर दिल्ली गई हैं। उमर ने सोशल साइट ट्विटर पर तंज कसते हुए कहा कि यदि वह मुख्यमंत्री के रूप में इसी तरह किसी भी निर्णय को ना ले पाने की स्थिति में रहीं तो खुदा ही जम्मू कश्मीर की मदद कर सकता है। अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा कि यदि महबूबा मुख्यमंत्री के रूप में इसी तरह असमंजस की स्थिति में रहीं जैसे कि वह पिछले डेढ़ दो साल से अधिक समय से पार्टी अध्यक्ष के रूप में रही हैं तो फिर खुदा ही जम्मू-कश्मीर की मदद कर सकता है।