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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना
दिल्ली-यूपी में बढ़ी ठंड, हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी; तमिलनाडु में तूफान

वॉशिंगटन: रिपब्लिकन पार्टी में राष्ट्रपति पद के लिए अग्रणी उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को उस समय झटका लगा जब वह अपने प्रतिद्वंद्वी टेड क्रूज और मारको रूबियो से अमेरिकी राजधानी और योमिंग में बुरी तरह परास्त हो गए। यह इस बात के संकेत हैं कि पार्टी की तरफ से नामांकन को लेकर संघर्ष कठिन हो गया है। व्हाइट हाउस के लिए ट्रंप की दौड़ में ठहराव लाते हुए रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल सीनेटर क्रूज और रोबियो ने यामिंग और डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया में क्रमश: जीत दर्ज की। इस प्रक्रिया में क्रूज को नौ प्रतिनिधियों का समर्थन हासिल हुआ और रूबियो को दस प्रतिनिधियों ने समर्थन दिया और अब उनकी नजर फ्लोरिडा, ओहायो, इलिनोइस, मिसौरी और नॉर्थ कैरोलिना में 15 मार्च को होने वाले वोट पर है। रियल इस्टेट व्यवसायी 69 वर्षीय ट्रंप को वर्तमान में इस दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा है क्योंकि उनके पास सबसे ज्यादा 460 प्रतिनिधि हैं जबकि क्रूज के पास 367, रूबियो के पास 153 और ओहायो के राज्यपाल जॉन कासिच को 63 प्रतिनिधियों का समर्थन हासिल है। पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने के लिए कुल 2472 प्रतिनिधियों में से 1237 प्रतिनिधियों का समर्थन जरूरी है।

वॉशिंगटन: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन त्रुदू ने अमेरिकी श्रोताओं से वॉशिंगटन में कहा कि उनकी कैबिनेट में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना में ज्यादा सिख हैं। अमेरिकी दौरे के समय उत्तर पश्चिम वॉशिंगटन के अमेरिकी विश्वविद्यालय में छात्रों के सवालों का जवाब देते हुए त्रुदू ने यह बात कही। विश्वविद्यालय में आधे घंटे के सत्र में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के छात्र जहान ने त्रुदू से कहा कि उनकी कैबिनेट में इतनी संख्या में पंजाबियों का होना वाकई बहुत अच्छा है। कनाडा के अखबार ‘द स्टार’ ने त्रुदू के हवाले से कहा, ‘मेरी कैबिनेट में मोदी की तुलना में ज्यादा सिख हैं।’ पिछले वर्ष नवम्बर में पदभार ग्रहण करने वाले 44 वर्षीय त्रुदू ने अपनी कैबिनेट में चार सिखों को शामिल किया था।

कोलंबो: श्रीलंका की नौसेना ने अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा पार करने एवं श्रीलंकाई जलक्षेत्र में मछली पकड़ने के आरोप में रविवार को 28 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया जो इस महीने इस तरह की यह चौथी घटना है। मत्स्य विभाग के सहायक निदेशक गोपीनाथ ने बताया कि पुडुकोट्टई, पंबन और तूतीकोरिन से ताल्लुक रखने वाले इन मछुआरों को कंगेसंतुरई तट ले जाया गया। थावलपाड्र के तट के समीप मछुआरों की तीन नौकाएं तथा डेल्फ्ट द्वीप के समीप उनकी पांच नौकाएं पकड़ ली गयीं। नौकाएं आगे की कार्रवाई के लिए मन्नार पुलिस और मात्स्यिकी विभाग के हवाले कर दी गयीं देश के जलक्षेत्र में मछली पकड़ने के आरोप में श्रीलंकाई नौसेना की ओर से इस महीने यह चौथी गिरफ्तारी है। श्रीलंका की नौसेना ने बीच समुद्र में अलग अलग जगहों से तीन मार्च को आठ मछुआरों और फिर छह मार्च को 29 अन्य को गिरफ्तार किया। इसके बाद 10 मार्च को भी चार अन्य मछुआरों को गिरफ्तार किया गया। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर ऐसी गिरफ्तारियां रोकने के लिए स्थाई हल तलाशने के तहत समुचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया था और गिरफ्तार भारतीय मछुआरों एवं जब्त नौकाओं की रिहाई के लिए केंद्र से दखल की मांग की थी।

जिनेवा: सीरिया में 5 साल से चले आ रहे गृहयुद्ध को खत्म करने के लिए जिनेवा में सोमवार से शुरू हो रही वार्ता से पहले सीरियाई विपक्ष ने कहा है कि राष्ट्रपति बशर अल-असद को सत्ता छोड़नी होगी, फिर चाहे वह इसे जीवित रहते हुए छोड़ें या फिर मृत अवस्था में। संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता में कल जिनेवा में शुरू होने जा रही वार्ता संघर्ष को खत्म करने का सबसे हालिया अंतरराष्ट्रीय प्रयास है। इस संघर्ष में 2.7 लाख लोग मारे जा चुके हैं और देश की लगभग आधी आबादी अपने घरों को छोड़कर जाने पर विवश हुई है। विपक्ष की ओर से प्रमुख वार्ताकार मोहम्मद अलाउश ने जिनेवा में कल कहा, हमारा मानना है कि हस्तांतरण की अवधि की शुरुआत बशर अल-असद को सत्ता से हटाकर या उनकी मौत के साथ होनी चाहिए। उन्होंने कहा, इसकी शुरुआत शासन की मौजूदगी या शासन प्रमुख के सत्ता में बने रहते हुए नहीं की जा सकती। संयुक्त राष्ट्र अगले छह माह में एक परिवर्ती सरकार और एक नया संविधान लागू करने पर जोर दे रहा है। विधायी एवं राष्ट्रपति पद के चुनाव अगले साल होंगे।

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