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गुवाहाटी: असम और मिजोरम की सरकारों ने राज्य की सीमा पर हिंसक झड़प के बाद स्थिति पर चर्चा करने के लिए रविवार को केंद्र से बातचीत की। बता दें कि हिंसक झड़प में कई लोग घायल हो गए। इलाके में स्थिति अब नियंत्रण में है। मिजोरम के कोलासिब जिले और असम के कछार जिले की सीमा पर ये घटना घटी है। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने पीएमओ और गृह मंत्रालय को जानकारी दी है। असम सरकार ने एक बयान में कहा कि उन्होंने मिजोरम के मुख्यमंत्री ज़ोरमथांगा से भी फोन पर बात की और सीमा के मुद्दों को सुलझाने और विवादों को सुलझाने के संयुक्त प्रयासों पर जोर दिया। ज़ोरमथांगा ने सोनोवाल को अंतर-राज्य सीमा पर शांति बनाए रखने और आपसी सहयोग के प्रयासों का आश्वासन दिया।

मिजोरम सरकार भी खराब स्थिति के चलते केंद्र से बातचीत करने पहुंची। राज्य सरकार ने कहा कि उसने हिंसा पर चर्चा के लिए एक कैबिनेट बैठक की और इसके लिए "एकतरफा और उत्तेजक कृत्यों" और "असम सरकार द्वारा किए गए अपराधों" को दोषी ठहराया। स्थिति की समीक्षा करने के लिए दोनों राज्यों के बीच केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला की अध्यक्षता में एक बैठक सोमवार को होगी।

मिजोरम के गृह मंत्री लालचामलियाना ने कहा कि दोनों राज्यों के मुख्य सचिव बैठक में मौजूद रहेंगे।

असम और मिजोरम के लोगों के बीच हुई हिंसक झड़प में कई लोगों के घायल होने के बाद दोनों राज्यों की सीमा पर तनाव की स्थिति है। हिंसा के दौरान झोपडियों और दुकानों को आग लगा दी गई। एक घायल की हालत नाजुक बताई जा रही है।  

फिलहाल हालात नियंत्रण में है। हिंसा प्रभावित क्षेत्र में मिजोरम का वैरेंगते गांव और असम का लैलापुर शामिल है। मिजोरम सरकार ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में भारतीय रिजर्व वाहिनी को तैनात किया है।

मुख्यमंत्री सोनोवाल ने फोन पर मिजोरम के मुख्यमंत्री से बातचीत करके मामले के सौहार्दपूर्ण समाधान पर जोर दिया। मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने भी सोनोवाल को शांति बहाल करने का आश्वासन दिया। जोरमथंगा ने कैबिनेट बैठक करके सीमा विवाद पर विचार विमर्श किया। 

पहले असम के लोगों ने किया पथराव

कोलासिब जिले के पुलिस उपायुक्त ने बताया कि शनिवार शाम को लाठी-डंडे लिए असम के कुछ लोगों ने सीमावर्ती गांव के बाहरी क्षेत्र में स्थित ऑटो रिक्शा स्टैंड के पास कथित तौर पर एक समूह पर पथराव किया। इसके बाद वैरेंगते गांव के निवासी भारी संख्या में एकत्र हो गए। इलाके में लागू निषेधाज्ञा के बावजूद वैरेंगते गांव की गुस्साई भीड ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर करीब 20 अस्थायी झोपडियों और दुकानों को आग लगा दी, जोकि लैलापुर गांव के लोगों की थीं।

घायलों को इलाज

पुलिस उपायुक्त ने कहा कि घंटों तक चली इस हिंसक झडप में मिजोरम के चार लोगों समेत कई लोग घायल हो गए। झड़प में घायल एक व्यक्ति को कोलासिब जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, गगर्दन में गहरा घाव होने के कारण उसकी हालत नाजुक है। तीन लोगों का इलाज वैरेंगते गांव के जनस्वास्थ्य केंद्र में किया गया। पुलिस ने कहा कि एक घायल को असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

ऐसी घटनाएं हर साल होती हैं: मंत्री      

असम के वन मंत्री एवं स्थानीय विधायक परिमल शुक्ला बैद्य ने कहा कि इस क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं लगभग हर साल होती हैं, क्योंकि दोनों ही तरफ के लोग अवैध तरीके से पेड़ काटते हैं। सिलचर से पूर्व कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव ने कहा कि जब वह प्रभावित इलाके में गईं तो वहीं प्रशासनिक अधिकारी नदारद थे, लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया।

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