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गुहावटी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (रविवार) को लगातार दूसरे दिन असम में चुनावी रैलियों को संबोधित किया। पहली रैली रंगपाड़ा में और दूसरी करीमगंज में संबोधित की । रंगपाड़ा में भी उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। रंगपाड़ा रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर कांग्रेस पर निशाना साधा। मोदी ने चुनावी रैली को संबोधित करने के अपने चितपरचित अंदाज़ में मतदातों को आकर्षित करते हुए कहा वादा किया कि जो प्यार और स्नेह आप लोगों ने मुझे दिया है, वह मैं आपको विकास के जरिए ब्याज समेत लौटाउंगा। उन्होंने कहा कि असम में कांग्रेस के 15 साल के कुशासन को उखाड़ फेंकने के लिए असम में परिवर्तन की तेज बयार बह रही है। उन्होंने सवाल उछाले कि यहां सड़कें हैं क्या?, गांव गांव जोड़ने वाली सड़कें हैं क्या?,आपको सड़क दिखती है क्या?, नहीं दिखती न? उन्होंने मुख्यमंत्री पर निशान साधते हुए कहा कि आपके मुख्यमंत्री तो कह देंगे कि रंगपाड़ा के नागरिकों को मोतियाबिंद है क्योंकि आपको कुछ दिखता नहीं। प्रधानमंत्री ने कहा कि कल हमारे गोगोई जी ने बोल दिया कि मोदी को विकास दिखता नहीं क्योंकि उनकी आंखों में मोतियाबिंद है।

एक इंसान जो एकदम देख नहीं सकता है, वह भी बता सकता है कि सड़कें कंक्रीट की है कि नहीं। उन्होंने कहा कि आपके पास सत्ता थी, सारा खजाना आपके पास था, अब जरा हिसाब तो दो असम के लिए आपने क्या किया? गोगोई साहब ने कहा कि उनकी लड़ाई मेरे खिलाफ है। हम लोकतंत्र में हैं। अगर हमें लड़ना है तो गरीबी और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ना होगा। केंद्र सरकार ने असम सरकार को गरीबों के लिए मकान बनाने को पैसे दिए। लेकिन उसमें से केवल एक तिहाई पैसा ही इस्तेमाल हुआ। कांग्रेस ने बैंकों को अमीरों के लिए खोल दिया और कैसे कैसे अमीरों ने बैंकों के पैसे दबाए हैं। उन्होंने भाजपा को सत्ता सौंपने की गुहार करते हुए कहा कि पढ़ाई, कमाई और दवाई हर परिवार की जिन्दगी बदल देगा। गौरतलब है कि शनिवार को वह राज्य में विधानसभा चुनाव प्रचार का बिगुल फूंकना शुरू किया था। असम कि चुनावी रैलियों में उन्होंने कहा, उनकी लड़ाई गोगोई से नहीं, गरीबी से है। मोदी ने कहा कि कांग्रेस राज्य में सभी समस्याओं का मुख्य कारण है। अपने दो दिवसीय दौरे के बीच ही पीएम मोदी कल उत्तराखंड संकट पर कैबिनेट की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली वापस गए थे। कल उन्होंने रैली में कहा था कि उनका लक्ष्य भ्रष्टाचार और असम की बरबादी के ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ना है। उन्होंने कहा कि राज्य बिजली और पानी के संकट से जूझ रहा है और इसके लिए राज्य की पिछली सरकारें ज़िम्मेदार है। हालांकि पीएम के बिजली सकंट को लेकर किए गए दावे पर मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने ट्वीट करके कह दिया कि पीएम ने अपना वादा नहीं निभाया है। दरअसल, मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि यहां 2000 गांव ऐसे हैं जहां बिजली के खंभे भी नहीं पहुंच पाए हैं। इसके बाद गोगोई ने ट्वीट किया- नरेंद्र मोदी ने कहा कि असम में विद्युत क्षेत्र (पावर सेक्टर) में विकास हुआ ही नहीं है जबकि असम को इसी काम के लिए अवॉर्ड दिया जा चुका है। इस बीच उन्होंने ब्रह्मपुत्र नदी पर प्रस्तावित पांच पुलों के लिए धन देने का वादा किया था जबकि अब तक इसके लिए एक पैसा तक नहीं दिया गया है।

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